देहरादून: एक कहावत है न कि नेक काम में देरी कैसी? खासतौर पर जब दुनिया एक महामारी के संकट से जूझ रही हो, तो उसे रोकने के लिए नेक काम में देरी बिल्कुल भी नहीं होनी चाहिए। कोरोना इस वक्त देश ही नहीं बल्कि दुनिया के लिए बड़ा सवाल बन गया है। उत्तराखंड में कोरोना वायरस धीरे धीरे अपने तेवर दिखाने लगा है। ऐसे में सवाल ये है कि आखिर कैसे इस पर लगाम लगाई जाए। प्रदेश में अभी उतने क्वॉरेन्टाइन रुम नहीं हैं कि इस महामारी पर सही तरह से लगाम लगाई जा सके। दरअसल बाहर से भी लोग लगातार उत्तराखंड आ रहे हैं और उन्हें बिना क्वॉरेन्टाइन किए उनके गांव भेजना बेहद खतरनाक साबित हो सकता है। ऐसे में देहरादून की ग्राफिक एरा यूनिवरसिटी आगे आई है और उत्तराखंड सरकार को एक पत्र भेजा है। पत्र में लिखा गया है कि ग्राफिक एरा यूनिवर्सिटी लोगों को क्वॉरेन्टाइन करने के लिए अलग से आवासीय व्यवस्था ला रही है। क्वॉरेन्टाइन किए जाने वाले लोगों के लिए ग्राफिक एरा 60 कमरे देने के लिए तैयार है।