उत्तराखंड उत्तरकाशीCoronavirus Uttarakhand:3000 people return uttarakhand from corona affected countries

उत्तराखंड में कोरोना प्रभावित देशों से पहुंचे 3000 प्रवासी, ये कितना खतरनाक है..जरा समझिए

कोरोना प्रभावित देशों से करीब 3 हजार प्रवासी उत्तराखंड पहुंचे हैं। उत्तराखंड में कोरोना पॉजिटिव मिले सभी केसों का ‘बाहरी’ कनेक्शन कॉमन रहा, इसलिए हमें ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है...

Coronavirus Uttarakhand: Coronavirus Uttarakhand:3000 people return uttarakhand from corona affected countries
Image: Coronavirus Uttarakhand:3000 people return uttarakhand from corona affected countries (Source: Social Media)

उत्तरकाशी: उत्तराखंड बड़े संकट से जूझ रहा है। यहां 6 कोरोना पॉजिटिव केस सामने आए हैं। यह सभी केस उन लोगों से जुड़े हैं, जिन्होंने दूसरे देशों से उत्तराखंड में एंट्री ली थी, इनमें ‘बाहरी’ कनेक्शन कॉमन रहा। एक रिपोर्ट की बात करें तो प्रवासी उत्तराखंडियों की तो कोरोना प्रभावित देशों से उत्तराखंड पहुंचने वाले लोगों की संख्या करीब तीन हजार है। इसमें देश के अलग-अलग राज्यों से पहाड़ आने वाले लोगों को भी जोड़ लें, तो करीब 18000 लोग कोरोना के डर से पहाड़ लौटे हैं। कोरोना प्रभावित देशों से उत्तराखंड आने वाले करीब 2 हजार लोगों को होम क्वॉरेंटीन किया गया है। 800 लोग होम क्वॉरेंटीन की 28 दिन की निगरानी अवधि पूरी कर चुके हैं। 55 लोगों में कोरोना से मिलते-जुलते लक्षण मिले हैं। जिन्हें निगरानी में रखा गया है। प्रदेश में अभी हालात काबू में दिख रहे हैं, लेकिन बाहर से आए लोगों को अब भी अपनी जिम्मेदारी समझने की जरूरत है। ऐसा नहीं किया गया तो कोरोना वायरस को स्थानीय स्तर पर फैलने में देर नहीं लगेगी।

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होम क्वॉरेंटीन लोगों को ना तो घर से बाहर निकलने की अनुमति है, ना ही किसी से मिलने की। इसके बावजूद गांवों में बाहर से आए लोग ना सिर्फ पूरे गांव में टहल रहे हैं, बल्कि लोगों से मिलजुल भी रहे हैं, ये लापरवाही बड़ा खतरा बन सकती है। हालांकि स्वास्थ्य विभाग स्थिति नियंत्रण में होने की बात कह रहा है। बाहर से आए लोगों पर फरवरी के अंतिम हफ्ते से नजर रखी जा रही है। 55 संदिग्ध लोगों को अस्पताल में भर्ती किया गया है। सरकार अपना काम कर रही है, लेकिन अपने परिवार और गांव की सुरक्षा के लिए आपको भी अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिए। अगर आप बाहर से गांव में लौटे हैं तो हमारी आपसे अपील है कि होम क्वॉरेंटीन अवधि तक घर पर ही रहें। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें। ये आपकी और आपके गांव की सुरक्षा के लिए ही है।