देहरादून: उत्तराखंड को कोरोना से बचाने के लिए कुछ देवदूत हैं, जो लगातार सेवाएं दे रहे हैं। ऐसे कर्मचारियों को वास्तव में सलाम करने की जरूरत है, जो अपनी जान की परवाह किए बिना आपकी रक्षा के लिए ड्यूटी कर रहे हैं। ऐसे में सरकार का भी फर्ज बनता है कि ऐसे योद्धाओं की हर संभव मदद की जाए। अब उत्तराखंड सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया है। उत्तराखंड सरकार ने सरकारी अधिकारियों, सरकारी कर्मचारियों और सभी कोरोना योद्धाओं के लिए अभूतपूर्व निर्णय लिया है। जो योद्धा इस महामारी के दौरान अपना कर्तव्य निभाते हुए अपनी जान गंवा सकते हैं, उनके परिजनों को 10 लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की गई है। इसके अलावा सभी सरकारी अधिकारी, सरकारी कर्मचारी और कोरोना योद्धा अगर अपने कर्तव्यों को पूरा करते हुए कोरोना वायरस से संक्रमित होते हैं तो उनके उपचार का सारा खर्च राज्य सरकार उठाएगी। आगे भी पढ़िए
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मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत के निर्देश पर निर्णय किया गया है कि कोविड- 19 कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम और बचाव कार्यों में लगे सभी सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों (संविदा, आउटसोर्स आदि) एवं सभी कोरोना वारियर्स जो कि कोविड-19 कोरोना संक्रमण से बचाव एवं राहत कार्यों में तैनात हैं, अगर वो संक्रमित होते हैं तो उनके उपचार का व्यय राज्य सरकार द्वारा किया जाएगा।
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कोरोना योद्धाओं के जीवन की क्षति होने पर उनके आश्रित को मुख्यमंत्री राहत कोष से सीधे 10 लाख रूपए की राहत, सम्मान राशि के दी जाएगी।