ऋषिकेश: ऋषिकेश में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों ने राज्य सरकार और प्रशासन की चिंता बढ़ा दी है। यहां चार दिन पहले लोग सुकून की सांस ले रहे थे, क्योंकि तीर्थनगरी में कोरोना का एक भी केस नहीं मिला था, लेकिन पिछले तीन दिन से लोग डरे हुए हैं। यहां 3 दिन में कोरोना के 4 पॉजिटिव केस मिले हैं। कोरोना संक्रमण रोकने के लिए यहां बुधवार को एक और कॉलोनी सील कर दी गई। प्रशासन ने शिवा एन्क्लेव को सील कर दिया है। एम्स में भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है। अस्पताल में कोविड-19 वार्ड से जुड़े स्वास्थ्य कर्मियों और यहां भर्ती 256 मरीजों का कोरोना टेस्ट कराया जाएगा। एम्स के डॉक्टर और दूसरे स्टाफ को होटल और धर्मशालाओं में ठहराया जाएगा। इसके लिए ऋषिकेश प्रशासन ने 10 होटल और धर्मशालाओं का अधिग्रहण किया है।
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ऋषिकेश में व्यवस्था बनाए रखने की जिम्मेदारी डीआईजी अरुण मोहन जोशी ने एसपी देहात प्रमेंद्र डोभाल को दी है। ऋषिकेश एम्स में अब सिर्फ इमरजेंसी सेवाएं दी जाएंगी। बिना जांच के एम्स परिसर में किसी को एंट्री नहीं दी जाएगी। आपको बता दें कि ऋषिकेश एम्स की जिस नर्स में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है, वो आवास विकास स्थित शिवा एन्क्लेव में किराए पर रहती हैं। पुलिस प्रशासन ने शिवा एन्क्लेव की तीन गलियों को बैरिकेडिंग लगाकर सील कर दिया है। ये जगह ऋषिकेश में कोरोना का दूसरा हॉटस्पॉट है। इससे पहले एम्स के नर्सिंग ऑफिसर में कोरोना संक्रमण की पुष्टि होने के बाद 20 बीघा क्षेत्र को भी सील कर दिया गया था। हमारी भी आपसे अपील है कि लॉकडाउन के वक्त पुलिस का सहयोग करें।