उत्तराखंड पिथौरागढ़Uttarakhand lost 3 brave sons in 2 days

उत्तराखंड ने 2 दिन में खो दिए 3 वीर सपूत, आप भी करें इन जांबाजों को सैल्यूट

दुख भी है और गर्व भी...मातृभूमि की बलिवेदी पर उत्तराखंड के तीन सपूत कुर्बान हो गए। दो दिन भीतर 3 लाल शहीद हो गए।

Shaheed Dinesh Almora: Uttarakhand lost 3 brave sons in 2 days
Image: Uttarakhand lost 3 brave sons in 2 days (Source: Social Media)

पिथौरागढ़: उत्तराखंड वीरों की भूमि है और इस बात को कोई नकार नहीं सकता। सिर्फ 2 दिन के भीतर उत्तराखंड ने अपने तीन वीर सपूतों को गंवा दिया। पिथौरागढ़ के हवलदार गोकर्ण सिंह और नायक शंकर सिंह जम्मू कश्मीर के हाजीपीर सेक्टर में पाकिस्तान की तरफ से की गई गोलाबारी में शहीद हो गए। दूसरी तरफ अल्मोड़ा जिले के ध्याणी क्षेत्र के दिनेश सिंह गैड़ा हंदवाड़ा में आतंकियों से मुठभेड़ के दौरान शहीद हो गए। हवलदार गोकर्ण सिंह चुफाल तल्ला जोहार नाचनी क्षेत्र के रहने वाले थे। नायक शंकर मेहरा पिथौरागढ़ के नाली गांव के निवासी थे। इन दोनों जवानों की शहादत से अभी उत्तराखंड उबर भी नहीं पाया कि आज ही एक दुख भरी खबर आई कि उत्तराखंड का एक और बेटा दिनेश आतंकी मुठभेड़ में शहीद हो गया।

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उत्तराखंड ने हमेशा से भारतीय सेना को वो वीर सपूत दिए हैं जिन्होंने अपनी वीरता की कहानी से हर किसी को ओतप्रोत कर दिया। लोगों की आंखों में आंसू जरूर है लेकिन दिल गर्व से भरा हुआ है। कोई अपने परिवार को छोड़कर चला गया तो कोई अपनी बहनों को अकेला छोड़कर चला गया किसी ने अपने घर लौटने का वादा किया था तो किसी ने अपनी बेटियों से वापस आने का वादा किया था। आज यह सारे सपने धूमिल हैं लेकिन एक बात है जो कि हमेशा जीवित रहेगी और वही की इन वीर सपूतों की यादें हमारे दिलों में जीवित रहेंगी। 25 साल के दिनेश भी दो बहनों के भाई थे। उन पर भी कई जिम्मेदारियां थी लेकिन वह देश की रक्षा की जिम्मेदारी संभालते संभालते शहीद हो गए। उत्तराखंड के इन वीर सपूतों को हमारा नमन