उत्तराखंड चम्पावतNepal has installed CCTV cameras in No Man Land Uttarakhand

उत्तराखंड: बॉर्डर पर नेपाल की हिमाकत, नो मैन्स लैंड में लगाए CCTV कैमरे

बड़ी खबर चंपावत जिले से आ रही है। जहां नेपाल ने बनबसा में नो मैन्स लैंड में सीसीटीवी कैमरे लगाए हैं।

Champawat News: Nepal has installed CCTV cameras in No Man Land Uttarakhand
Image: Nepal has installed CCTV cameras in No Man Land Uttarakhand (Source: Social Media)

चम्पावत: चीन के बाद अब पड़ोसी मित्र देश नेपाल भी भारत के खिलाफ साजिशें रच रहा है। भारत की तरफ से तवाघाट से लेकर लिपुलेख तक सड़क बनाए जाने से चिढ़ा नेपाल भारत से सटे सीमावर्ती क्षेत्रों में सशस्त्र बलों की तैनाती कर रहा है। हेलीपैड और नई पोस्ट बना रहा है। चीन के बहकावे में आ चुका नेपाल भारत के लिए नई चुनौतियां पैदा कर रहा है। इस बीच एक बड़ी खबर चंपावत जिले से आ रही है। लाइव हिन्दुस्तान की खबर के मुताबिक नेपाल ने बनबसा में नो मैन्स लैंड में सीसीटीवी कैमरे लगाए हैं। गुरुवार को चंपावत के डीएम सुरेंद्रनाथ पांडेय ने इस संबंध में जानकारी दी। उन्होंने बताया का नेपाल सरकार के कंचनपुर प्रशासन ने उत्तराखंड के चंपावत जिले के बनबसा में नो मैन्स लैंड में सीसीटीवी कैमरे लगाए हैं। इस बारे में कुछ और भी खास बातें हैं, आगे जानिए

ये भी पढ़ें:

यह भी पढ़ें - उत्तराखंड: कोरोना पॉजिटिव बेटे को लेकर काउंसलिंग में पहुंचे पिता, दर्ज हुआ केस
चंपावत के डीएम सुरेंद्रनाथ पांडेय ने बताया कि मामले को लेकर भारत और नेपाल के अधिकारियों के बीच बैठक हो चुकी है।
बैठक में सीसीटीवी कैमरों का मुद्दा भी उठा था। मीटिंग में सीसीटीवी कैमरों की स्थापना के मुद्दे पर चर्चा की गई।
चंपावत के डीएम सुरेंद्रनाथ पांडेय हमने ये साफ किया है कि अगर कोई भी देश अपने लोगों की अवैध गतिविधियों पर नजर रखने के लिए कैमरे लगाता है, तो उन्हें इसे अपने क्षेत्रों तक सीमित कर देना चाहिए।
चंपावत डीएम ने मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि हमने कंचनपुर प्रशासन से कैमरों की स्थिति बदलने को कहा है। जिस पर कंचनपुर प्रशासन ने सहमति जताई है। आगे भी पढ़िए

ये भी पढ़ें:

यह भी पढ़ें - उत्तराखंड में करोड़ों की ठगी करने वाली 4 सगी बहनें नेपाल से गिरफ्तार..5वीं की तलाश जारी
मंगलवार को उत्तराखंड के चंपावत जिले के बनबसा में नो मैन्स लैंड को लेकर भारत और नेपाल के अधिकारियों के बीच बैठक हुई थी। जिसमें चंपावत के डीएम ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय सीमाओं पर नजर रखने के लिए ऐसी कोई गतिविधि नहीं की जानी चाहिए। आपको बता दें कि लिपुलेख दर्रे तक सड़क बनने से बौखलाया नेपाल भारत के कालापानी, लिपुलेख और लिम्पियाधुरा को अपना इलाका बता रहा है। जिसके चलते दोनों देशों के संबंधों में तनाव बना हुआ है। उत्तराखंड से नेपाल की 275 किलोमीटर लंबी सीमा लगी है। यहां पिथौरागढ़, चंपावत और ऊधमसिंहनगर जिले की सीमाएं नेपाल बॉर्डर से सटी हैं। इन इलाकों में नेपाल लगातार सशस्त्र बलों की तैनाती कर रहा है। अपनी सेना के जरिए नेपाल भारत की गतिविधियों पर नजर रख रहा है।