उत्तराखंड देहरादूनDehradun Son and daughter in law captured father house

देहरादून में रिश्ते शर्मसार, बेटे-बहू ने किया पिता के घर पर कब्जा..DIG ने किया मदद का वादा

देहरादून के 77 वर्षीय बुजुर्ग एक रिटायर्ड प्रिंसिपल ने डीआइजी अरुण मोहन जोशी के आगे मदद की गुहार लगाई है। उनके निर्दयी पुत्र और पुत्रवधू ने बुजुर्ग के घर पर कब्जा कर लिया है जिसके बाद बुजुर्ग दर-दर की ठोकरें खाने पर मजबूर है।

Dehradun News: Dehradun Son and daughter in law captured father house
Image: Dehradun Son and daughter in law captured father house (Source: Social Media)

देहरादून: इस दौर में माता-पिता के ऊपर कलयुगी बच्चों द्वारा जो व्यवहार किया जाता है, वह बेहद असंवेदनशील है। जो बच्चों के लिए पूरी जिंदगी समर्पित कर देते हैं उनके बच्चे एक झटके में ही उनको पराया कर देते हैं। उत्तराखंड में भी पुत्र और पुत्रवधू द्वारा एक बुजुर्ग के ऊपर ज्यादती का मामला सामने आया है। एक पिता जिसने कड़ी मेहनत करके अपने पुत्र को पाल-पोसकर बड़ा किया, उसी निर्मोही और निर्दयी पुत्र और उसकी पत्नी ने बुजुर्ग के घर पर कब्जा कर लिया है जिसके बाद बुजुर्ग दर-दर की ठोकरें खाने पर मजबूर है। बता दें कि 77 वर्षीय बुजुर्ग देहरादून के निवासी एक रिटायर्ड प्रिंसिपल हैं और उनकी बहू और बेटे ने उनके घर पर कब्जा कर लिया है इसके बाद बुजुर्ग में न्याय के लिए डीआईजी से गुहार लगाई है।बुजुर्ग आरोप है कि उसके बहू और बेटे ने उसके मकान पर धोखे से कब्जा कर लिया है और अब उनके पास रहने के लिए कोई स्थान नहीं है। आगे पढ़िए

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बुजुर्ग की उम्र 77 वर्ष है। वहीं डीआईजी अरुण मोहन जोशी ने उन्हें उनका घर वापस दिलाने का आश्वासन दिया है। चलिए अब आपको पूरी घटना से अवगत कराते हैं। पीड़ित रिटायर्ड प्रिंसिपल दर्शन सिंह ने बताया कि उनके बेटे परविंदर सिंह ने 2008 में नेहा नाम की लड़की से विवाह किया। नेहा देहरादून की रहने वाली है। विवाह के कुछ सालों तक तो नेहा का व्यवहार ठीक रहा मगर शादी के कुछ ही सालों बाद ही उनकी बहू नेहा ने उनको काफी परेशान करना शुरू कर दिया। वो बात-बात पर उनसे लड़ाई करने लगी और उनका जीना भी मुश्किल कर दिया। ऐसे में उन्होंने अपनी बहू से परेशान होकर अपने पुश्तैनी घर को अपने पुत्र परविंदर सिंह और उसकी पत्नी नेहा को सौंप दिया। इसके बाद उन्होंने अपनी बहू और अपने बेटे को अपनी सभी संपत्ति से बेदखल कर दिया। आगे पढ़िए

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दर्शन सिंह ने बताया कि उन्होंने साल 2012 में देहरादून के तुंतोवाला में प्लॉट खरीद कर उस पर मकान बनवाया और वे कई सालों से इसी मकान में अकेले रह रहे हैं और गुजर-बसर कर रहे हैं। कोरोना की महामारी के चलते वे उत्तर प्रदेश के सहारनपुर गए थे। जब 19 अप्रैल को वह दून वाले अपने घर पर वापस लौटे तो उन्होंने देखा कि उनके बहु-बेटे ने मकान के ऊपर कब्जा कर लिया है। उन्होंने बताया कि इस मामले में पटेल नगर थाने में भी शिकायत की है। उन्होंने कई उच्च अधिकारियों को इस मामले में प्रार्थना पत्र भी दिया है मगर अभी तक इस मामले में कोई संज्ञान नहीं लिया गया है। न ही इसके ऊपर अभी तक कोई एफआईआर दर्ज की गई है। जिसके बाद दर्शन सिंह ने डीआईजी अरुण मोहन जोशी से मदद की गुहार लगाई है। डीआईजी अरुण मोहन जोशी ने उनको जल्द से जल्द ही इस मामले में कार्यवाही करने का आश्वासन दिया है।