उत्तराखंड देहरादूनUttarakhand Aam Aadmi Party two leaders left the party

उत्तराखंड: 2022 चुनाव से पहले AAP की टेंशन, 2 नेताओं ने लगाए गंभीर आरोप..देखिए वीडियो

उत्तराखंड में आप के दो नेताओं देवेश्वर भट्ट और दौलत कुंवर ने पार्टी के ऊपर मोटी रकम लेने का गंभीर आरोप लगाते हुए पार्टी से कन्नी काट ली है। वीडियो भी देखिए

Aam Aadmi Party Uttarakhand: Uttarakhand Aam Aadmi Party two leaders left the party
Image: Uttarakhand Aam Aadmi Party two leaders left the party (Source: Social Media)

देहरादून: उत्तराखंड में चुनाव के कारण माहौल इस समय हर पार्टी अलग-अलग पैंतरे अपनाकर जनता का दिल जीतने की कोशिश कर रही है । दिल्ली में 3 बार विधानसभा चुनाव जीत कर इतिहास गढ़ने वाली आम आदमी पार्टी की नजर अब उत्तराखंड के चुनावों पर टिकी हुई है। आम आदमी पार्टी के कर्ता-धर्ता अरविंद केजरीवाल ने यह साफ कहा है कि कहना है कि आने वाले उत्तराखंड चुनाव में आम आदमी पार्टी बेहद गंभीरता से चुनाव लड़ेगी। अब देखना यह है कि क्या आम आदमी पार्टी उत्तराखंड में भी दिल्ली की तरह ही विजय हासिल कर पाएगी या पिछले चुनावों की तरह ही एक बार फिर उत्तराखंड निवासियों द्वारा आम आदमी पार्टी को किनारे कर दिया जाएगा। जनता का चुनाव क्या होगा, उत्तराखंड की कमान आखिर कौन संभलेगा, इन सभी प्रश्नों के सवाल भविष्य के गर्भ में छिपे हुए हैं। मगर फिलहाल आप आदमी पार्टी के लिए उत्तराखंड के चुनाव की डगर आसान नहीं लग रही है। पार्टी के नेता ही पार्टी का दामन छोड़ते नजर आ रहे हैं। उत्तराखंड में आप के दो नेताओं देवेश्वर भट्ट और दौलत कुंवर ने पार्टी के ऊपर मोटी रकम लेने का गंभीर आरोप लगाते हुए पार्टी से कन्नी काट ली है और आप की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। इसी के साथ उत्तराखंड चुनाव की इस यात्रा में आम आदमी पार्टी की नैया अभी से डगमगाती नजर आ रही है।

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आप के सुप्रीमो केजरीवाल का कहना है कि आने वाले चुनावों में पार्टी सभी 70 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। उन्होंने 70 सीटों पर चुनाव लड़ने की घोषणा तो कर दी है मगर सड़क पर संघर्ष करने वाले नेता और कार्यकर्ता लगातार आम आदमी पार्टी का दामन छोड़ते जा रहे हैं। अनूप नौटियाल जिसकी वजह से उत्तराखंड में आम आदमी पार्टी को एक नया आयाम मिला था और उत्तराखंड में आप की लोकप्रियता बढ़ी थी, वह काफी पहले ही पार्टी को छोड़ चुके हैं। उसके बाद काफी जनाधार वाले नेता पार्टी से जुड़े मगर उन्होंने भी जल्दी आम आदमी पार्टी का साथ छोड़ दिया। हाल ही में देवेश्वर भट्ट और दौलत कुंवर ने भी पार्टी छोड़ दी है। उत्तराखंड में अभी तक आम आदमी पार्टी अपना वर्चस्व कायम नहीं कर पाई है और उससे पहले ही आम आदमी पार्टी के पांव उत्तराखंड में डगमगाते नजर आ रहे हैं। आम आदमी पार्टी के कई दिग्गज नेता क्यों पार्टी का दामन छोड़ रहे हैं इसके पीछे अरविंद केजरीवाल की राजनीति साफ नजर आ रही है। डॉक्टर देवेश्वर भट्ट और दौलत कुंवर के पार्टी छोड़ने में भी इस बात की पुष्टि हुई है।

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डॉक्टर भट्ट ने पार्टी के ऊपर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा है कि उनको प्रदेश अध्यक्ष बनाने का वादा करते हुए दिल्ली बुलाया गया था मगर इसके एवज में उनसे 350 करोड़ रुपए की मांग की गई। यह आरोप बेहद गंभीर है और आम आदमी पार्टी के लिए भविष्य में मुसीबतें बढ़ा सकता है। यह पहली बार नहीं है कि आम आदमी पार्टी के ऊपर इतना गंभीर आरोप लग रहा है। खुद को आम जनता का सेवक बताने वाली और साफ-सुथरी राजनीति करने वाली पार्टी के ऊपर 2 साल पहले भी राज्यसभा चुनावों के दौरान ऐसा आरोप लगा था जब पार्टी ने अपने दिग्गज नेता डॉ कुमार विश्वास और पत्रकार आशुतोष को राज्यसभा ना भेजकर उन लोगों को राज्यसभा में भेज दिया था जिन्होंने आम आदमी पार्टी के झोले में मोटा-तगड़ा पैसा डाला था। इस बात के ऊपर उस समय काफी भारी बवाल भी मचा था और केजरीवाल पर रुपए लेकर राज्यसभा भेजने के कई गंभीर आरोप लगे थे। डॉक्टर भट्ट ने दोबारा केजरीवाल की पार्टी के ऊपर पैसे खाने का गंभीर आरोप लगाते हुए पार्टी का साथ छोड़ दिया है। इसी के साथ दौलत कुंवर ने भी पार्टी से कन्नी काट ली है। अगर आप पर लगाए गए यह आरोप सच हैं तो वाकई यह आने वाले समय मे पार्टी के लिए बेहद मुसीबत खड़ी कर सकता है।

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