चमोली: यह सच है कि पहाड़ों में रहने वाले लोगों की जिंदगी में कठिनाइयों का सिलसिला हमेशा जारी ही रहता है। पहाड़ी इलाकों में रहने वाले लोगों को हर तरीके से सतर्क रहना पड़ता है। तमाम चुनौतियों के साथ-साथ अब जंगली जानवरों का डर भी ग्रामीण क्षेत्र में रह रहे लोगों के बीच में पसर चुका है। खासकर गुलदार की आवाजाही से लोग खासे परेशान हैं। लॉकडाउन के दौरान से अब तक गुलदार लोगों के लिए खतरे का सबब बने हुए हैं। जहां पहले वे केवल जंगलों तक ही सीमित रहते थे, लॉकडाउन के बाद से वे खुलेआम मानव बस्तियों की ओर आ रहे हैं और बेखौफ सड़कों पर घूमते हुए लोगों को मौत के घाट उतार रहे हैं। आए दिन लोगों के ऊपर गुलदार के हमले की खबरें सुनने में आती हैं। गुलदार के हिंसात्मक होने की ताजी घटना चमोली जिले से सामने आई है। आगे पढ़िए
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चमोली के बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर जोशीमठ के पास बीते बुधवार की रात गुलदार ने एक मजदूर के ऊपर हमला करके उसको मौत के घाट उतार दिया। मजदूर को जान से मारने के बाद गुलदार उसके शव को सड़क पर गिरे बोल्डरों से होते हुए लेकर गया।
सुबह मजदूर के साथियों ने उसका शव क्षत-विक्षत हालत में देखा तो उनके बीच में कोहराम मच गया और आनन-फानन में पुलिस को इस बारे में सूचित किया गया। पुलिस ने मौके पर पहुंच कर शव को अपने कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। चलिए अब आपको पूरी घटना से अवगत कराते हैं।
घटना चमोली जिले के जोशीमठ के के पास की है जहां पर ऑल वेदर निर्माण कार्य में मजदूरी कर रहे एक नेपाली मजदूर को गुलदार ने अपना निवाला बना लिया। आगे पढ़िए
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बताया जा रहा है कि मजदूर देर रात को शौच के लिए गया था, इसी बीच गुलदार ने उसके पर हमला करके उसको मौत के घाट उतार दिया। अगली सुबह उसके साथियों को मजदूर का शव मिला जिसके बाद वहां पर कोहराम मच गया। वहीं सूचना पाकर मौके पर वन विभाग की टीम पहुंची और वह घटना की संबंधित जानकारियां जुटा रही है। इस घटना के बाद ऑल वेदर रोड के निर्माण कर रही कई एजेंसियों के ऊपर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। ऑल वेदर रोड के निर्माण मैं लगे सभी मजदूरों की सुरक्षा की जिम्मेदारी भी एजेंसियों की है, मगर तब भी शौचालय की उचित व्यवस्था ना होने के कारण मजदूर खुले में शौच करने पर मजबूर हैं। वही चमोली के जोशीमठ में हुए गुलदार के हादसे के बाद से मृतक मजदूर के सभी साथियों के बीच में खौफ पसर चुका है।