उत्तराखंड नैनीतालNainital Healing Farm in Uttarakhand

उत्तराखंड: प्रकृति की गोद में बसा हील फॉर्म, यहां खुद से साक्षात्कार करता है इंसान..देखिए वीडियो

अगर आप इस वीक एंड पर सुकून के कुछ पल अपने साथ बिताना चाहते हैं, तो हमारे पास आपके लिए एक सुझाव है। आप नैनीताल में स्थित हील फॉर्म चले आइए।

Uttarakhand Self Employment: Nainital Healing Farm in Uttarakhand
Image: Nainital Healing Farm in Uttarakhand (Source: Social Media)

नैनीताल: कोरोना काल ने हमें कई नई बातें सिखाई। इन्हीं में से एक है प्रकृति का सम्मान। प्रकृति के बिना इंसान का कोई अस्तित्व नहीं। ये प्रकृति ही है जो हमें खुद से जोड़े रखती है। अपने भीतर बसे इसी ‘स्व’ से साक्षात्कार के लिए हर साल हजारों-लाखों लोग उत्तराखंड पहुंचते हैं। अगर आप भी इस वीकएंड पर सुकून के कुछ पल अपने साथ बिताना चाहते हैं, तो हमारे पास आपके लिए एक सुझाव है। आप नैनीताल में स्थित हील फॉर्म चले आइए। यहां आपको मेडिटेशन, योगा और साउंड थैरेपी के साथ-साथ प्रकृति के करीब रहने का मौका मिलेगा। जो लोग कोरोना काल का तनाव कम करना चाहते हैं, उनके लिए हील फॉर्म से बेहतर कोई ऑप्शन नही। यहां आपको मानसिक शांति मिलेगी और साथ ही प्रकृति से जुड़ने का मौका भी। आगे देखिए वीडियो

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नैनीताल में भीमताल से भवाली की तरफ जाते हुए एक जगह पड़ती है तिरछाखेत। खूबसूरत हील फॉर्म यहीं स्थित है। जंगल के करीब बने इस होम स्टे में साउंड थैरेपी के साथ-साथ मेडिटेशन और योगा के जरिए डिप्रेशन और एंग्जायटी को कम करने के तरीके बताए जाते हैं। यहां आपको अलग आध्यात्मिक सुकून का एहसास होगा। जो लोग ध्यान के माध्यम से खुद को जानना चाहते हैं, उनके लिए यहां सब कुछ है। नेचुरल रिसोर्सेज से बना ये होम स्टे आपको प्रकृति के करीब होने का एहसास कराएगा। साउंड थैरेपी और इसके असर को महसूस करने का मौका देगा। उत्तराखंड के दूसरे होम स्टे में भी इस तरह के प्रयास किए जा सकते हैं। यहां मेडिटेशन सेंटर बनाकर क्षेत्र के बेरोजगार युवाओं को रोजगार दिया जा सकता है। हमारे पास जैव विविधता का खजाना है, इसे हम सेवा के साथ-साथ आजीविका का जरिया भी बना सकते हैं। आगे देखिए वीडियो

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उत्तराखंड को हॉस्पिटेलिटी के क्षेत्र में आगे ले जाना है तो जरूरत है कि हम इन प्राकृतिक संसाधनों का इस्तेमाल करें। लोगों को पीस और वेलनेस ऑफर करें। चलिए अब आपको हिमालय की वादियों में बसे हील फॉर्म की सर्विसेज पर तैयार एक वीडियो दिखाते हैं। जिसे मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार रमेश भट्ट ने अपने सोशल मीडिया पेज पर शेयर किया है। रमेश भट्ट पहाड़ के हित से जुड़े मुद्दों को उठाने के लिए जाने जाते हैं, साथ ही वो उन कहानियों को मंच देने का प्रयास भी कर रहे हैं, जिन्हें लोगों को बताया जाना बेहद जरूरी है। पॉजिटिविटी से भरी ये कहानियां दूसरे लोगों को भी मोटिवेट कर रही हैं। चलिए अब आपको वीडियो दिखाते हैं। अगर आपके क्षेत्र में भी कोई ऐसा ही शानदार काम हो रहा हो तो राज्य समीक्षा के साथ अपनी स्टोरी जरूर शेयर करें। हम इन्हें मंच देंगे। आगे देखें वीडियो।

#संगीत और #सेहत का करीबी नाता रहा है। और अगर इसमें #पहाड़ की शांत वादियों का सुखद वातावरण मिल जाए तो अद्भुत संयोग बन जाता है। लेकिन इसकी अनुभूति के लिए आपको #देवभूमि_उत्तराखण्ड आना होगा। देखिए 'पहाड़ का वेलनेस मंत्र'

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।।देवभूमि उत्तराखण्ड, एक दिव्य अनुभूति।।

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Posted by Ramesh Bhatt on Tuesday, September 29, 2020