रुद्रप्रयाग: " जल ही जीवन है " यह महज कथन नहीं आज की जरुरत भी है। यह जरूरी है कि अब लोग सच में इस नारे को धरातल पर उतारें। एक ओर जहां पानी जैसी अनमोल और मूलभूत जरूरत को बचाने के लिए महज बड़ी-बड़ी बातें ही होती हैं, दूसरी ओर रुद्रप्रयाग के एक गांव के लोगों ने वाकई जल को अमूल्य चीज मानते हुए जल संरक्षण को सीरियसली लिया और पानी बचाने की ओर धरातल में सबने एक जुट होकर प्रयास किया और उनका प्रयास सफल भी हुआ। रुद्रप्रयाग के गांव को जल प्रबंधन और जल संरक्षण के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया। हम बात कर रहे हैं उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग स्थित जखोली ब्लॉक के लुठीयाग गांव की जिसको जल प्रबंधन व जल संरक्षण के लिए राष्ट्रीय स्तर पर पहला स्थान प्राप्त हुआ है और ग्राम पंचायत को पुरस्कार स्वरूप 2 लाख रुपए की धनराशि भी प्रदान कर दी गई है। इस गांव के जल प्रबंधन मॉडल को पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा मन की बात में भी सराहना मिली है। रुद्रप्रयाग के लुठीयाग गांव के निवासियों ने यह साबित कर दिया है कि एक जुट होकर सब कुछ संभव है। जल संरक्षण के ऐसे प्रयास हर जगह किए जाने चाहिए।
ये भी पढ़ें:
यह भी पढ़ें - उत्तराखंड का सपूत राकेश डोभाल बॉर्डर पर शहीद.. दिवाली से ठीक पहले परिवार में पसरा मातम
विज्ञान भवन नई दिल्ली में 11 और 12 नवंबर को द्वितीय राष्ट्रीय पुरस्कार समारोह का आयोजन किया गया। कोविड-19 की महामारी को देखते हुए आयोजन ऑनलाइन किया गया और 12 नवंबर को मुख्य अतिथि भारत के उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने रुद्रप्रयाग जिले के जखोली ब्लाक की ग्राम पंचायत लुठियाग को जल प्रबंधन के लिए नॉर्थ जोन में ग्राम पंचायत स्तर पर प्रथम पुरस्कार से सम्मानित किया और ग्राम पंचायत को 2 लाख रुपए की धनराशि भी पुरस्कार स्वरूप प्रदान की गई है। समारोह में केंद्र सरकार के जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, जल शक्ति और सामाजिक न्याय एवं सशक्तिकरण राज्य मंत्री रतनलाल कटारिया और जल शक्ति मंत्रालय के जल संसाधन नदी विकास और गंगा संरक्षण विभाग के सचिव यूपी सिंह उपस्थित रहे।
ये भी पढ़ें:
यह भी पढ़ें - उत्तराखंड में आम आदमी पार्टी की कार्यकारिणी घोषित..दिग्मोहन नेगी को मिली बड़ी जिम्मेदारी
जल संरक्षण के लिए ग्राम पंचायत लुठियाग को प्रथम पुरस्कार मिलने की खुशी क्षेत्रवासियों के बीच साफ दिख रही है। जिला पंचायत अध्यक्ष विधायक भरत सिंह चौधरी पूर्व अध्यक्ष लक्ष्मी राणा ने लुठीयाग गांव के ग्रामीणों को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि ग्रामीणों के बिना प्रथम पुरस्कार पाना नामुमकिन था। ग्रामीणों की मेहनत और जागरूकता के कारण ही हमारे गांव को प्रथम पुरस्कार मिला है और रुद्रप्रयाग का नाम रौशन हुआ है। वे आगे भी ऐसे प्रयास करते रहेंगे। जिला पंचायत अध्यक्ष ने बताया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी मन की बात में भी रुद्रप्रयाग के लुठियाग गांव के जल संरक्षण और प्रबंधन के सफल मॉडल का उल्लेख किया था। उन्होंने कहा कि जल संरक्षण के क्षेत्र में ग्रामीणों ने गांव को राष्ट्रीय स्तर पर एक अलग पहचान दिलाई है जो कि गांव समेत पूरे जिले के लिए गर्व की बात है।