देहरादून: कुछ पुलिसकर्मियों की कहानियां हम सभी के लिए मिसाल हैं। इन्हीं में से एक हैं सीमा ढाका। दिल्ली पुलिस की हेड कॉन्स्टेबल सीमा ढाका तीन महीनों के अंदर ही वक्त से पहले प्रमोशन पाने वाली पहली महिला पुलिसकर्मी बन गई हैं। इसकी वजह है सीमा का बेमिसाल काम...दरअसाल सीमा ढाका को 76 गुमशुदा बच्चों को ढूंढ निकालने के लिए यह आउट-ऑफ टर्न प्रमोशन मिला है। दिल्ली पुलिस ने बकायदा एक बयान जारी किया है कि और बताय कि सीमा ढाका ने 76 गुमशुदा बच्चों को ढूंढा था, जिसमें से 56 की उम्र 14 साल से कम है। ये बच्चे सिर्फ दिल्ली के नहीं बल्कि पंजाब और पश्चिम बंगाल जैसे दूसरे राज्यों से भी हैं। आज हर कोई सीमा के काम की तारीफ कर रहा है। दिल्ली पुलिस कमिश्नर एसएन श्रीवास्तव ने ट्विटर पर ट्वीट करते हुए कहा कि 'महिला हेड कॉन्स्टेबल सीमा ढाका नए इंसेंटिव स्कीम के तहत तीन महीनों में ही 56 गुमशुदा बच्चों को बचाने पर आउट-ऑफ टर्न प्रमोशन पाने वाली पहली पुलिसकर्मी बनने के लिए बधाई की पात्र हैं. उनके जज्बे और इन परिवारों की खुशी लौटाने के लिए उनको सलाम।' आगे पढ़िए
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सीमा ढाका दिल्ली पुलिस की पहली ऐसी पुलिसकर्मी बनी है, जिन्हें गुमशुदा बच्चों को ढूंढने पर आउट ऑफ टर्न प्रमोशन दिया गया है। अपनी बारी से पहले तरक्की पाकर हवलदार से सीधे एएसआई बनी सीमा की पुलिस महकमे में काफी प्रशंसा हो रही है।
इस समय वह आउटर नार्थ डिस्ट्रिक के समयपुर बादली थाने में तैनात है। सीमा ने ढाई महीने के अंदर ही बच्चों को ढूंढने के लिए मिले टारगेट को पूरा कर लिया... उन्होंने दिल्ली के अलावा पंजाब, पश्चिम बंगाल से लापता बच्चों को ट्रेस करने में भी कामयाबी पाई