उत्तराखंड पिथौरागढ़Jellum Waterfall Talla Johar Pithoragarh

उत्तराखंड के तल्ला जोहार में कुदरत का अनमोल खजाना..आकर्षण का केन्द्र बना ये झरना

तल्ला जोहार में प्रकृति का एक और अद्भुत खजाना मिला है, जिसका नाम है जेलम झरना। जेलम झरने की तस्वीरें पहली बार सामने आईं, जिन्हें देख लोग मंत्रमुग्ध हो गए।

Pithoragarh News: Jellum Waterfall Talla Johar Pithoragarh
Image: Jellum Waterfall Talla Johar Pithoragarh (Source: Social Media)

पिथौरागढ़: उत्तराखंड के सीमांत जिले पिथौरागढ़ को प्रकृति ने अपनी अनमोल नेमतों से नवाजा है। जिले में स्थित मुनस्यारी क्षेत्र ट्रैकिंग रूट, स्नो स्कीईंग और बर्ड वॉचिंग के लिए पूरे देश में मशहूर है। मुनस्यारी के हरे-भरे बुग्याल और झरने पर्यटकों को मंत्रमुग्ध कर देते हैं। इसी मुनस्यारी क्षेत्र में एक खूबसूरत झरना है बिर्थी। मुनस्यारी से करीब 40 किमी दूर स्थित ये झरना राष्ट्रीय ही नहीं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी खास पहचान बना चुका है। लगभग 126 मीटर की ऊंचाई से गिरने वाला ये झरना मुनस्यारी के तल्ला जोहार क्षेत्र में पड़ता है। अब इसी तल्ला जोहार में प्रकृति का एक और अद्भुत खजाना मिला है, जिसका नाम है जेलम झरना। अब तक गुमनाम रहा ये झरना बिर्थी झरने से अधिक ऊंचा है। जेलम झरने की तस्वीरें पहली बार सामने आई हैं, जिन्हें देख लोग मंत्रमुग्ध हो गए। पहली बार सामने आई इस झरने की तस्वीर को लोग बिर्थी झरना ही मान रहे हैं। बिर्थी झरना जहां 126 मीटर की ऊंचाई से गिरता है तो वहीं जेलम झरना 200 मीटर की ऊंचाई से गिरने वाला झरना है। बिर्थी और जेलम झरना जोहार क्षेत्र में स्थित हैं। बिर्थी जहां तल्ला जोहार में थल-मुनस्यारी रोड पर स्थित है तो वहीं जेलम झरना दूरस्थ होकरा ग्राम पंचायत से लगभग 15 से 20 किमी दूर स्थित है। आगे पढ़िए

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इस झरने का बहाव ठीक बिर्थी झरने जैसा है। पहली नजर में जेलम भी बिर्थी झरने जैसा ही दिखाई देता है। पहाड़ी इलाकों में जिस जगह पर झरने होते हैं, उसे छीड़ कहा जाता है। ओखलिया में मिले इस छीड़ यानि झरने को लोग छिलमा छीड़ कहकर पुकारते हैं। इस जगह तक कम ही लोग पहुंच पाते हैं, यही वजह है कि जेलम झरना आज भी गुमनाम है। इसकी औसत ऊंचाई 200 मीटर मानी जाती है, लेकिन ये इससे ज्यादा ही होगी। इस जगह अभी तक सड़क नहीं पहुंची है। पैदल मार्ग भी दुर्गम है। इस खूबसूरत झरने को बागेश्वर जिले के रातिर और गोगिना गांव से देखा जा सकता है। रातिर गांव के एक युवक ने ही इस झरने की पहली तस्वीर ली। जिसे कल्याण समिति के अध्यक्ष केएस मेहता ने सोशल मीडिया पर शेयर किया। स्थानीय भाषा में इसे छिलमा छीड़ कहा जाता है, जिसका शाब्दिक अर्थ है जेलम। इस तरह इसे जेलम झरना नाम दिया गया है। बिर्थी की तरह जेलम झरना भी जोहार क्षेत्र को नई पहचान देगा। तल्ला जोहार कल्याण समिति ने इस दिशा में काम शुरू कर दिया है।