उत्तराखंड देहरादूनSanjay sharma darmora in BJP

उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव से पहले बड़ी खबर...BJP में शामिल हुआ ये दिग्गज

समाजसेवी संजय शर्मा दरमोड़ा की गिनती पहाड़ और पहाड़ियों के हित का प्रतिनिधित्व करने वाले लोगों में होती है। लोग उन्हें हर सुख-दुख में साथ खड़े रहने वाले मित्र के तौर पर याद करते हैं, उन्हें मान देते हैं।

Sanjay sharma darmora: Sanjay sharma darmora in BJP
Image: Sanjay sharma darmora in BJP (Source: Social Media)

देहरादून: प्रख्यात समाजसेवी और सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता संजय शर्मा दरमोड़ा बीजेपी में शामिल हो गए। मूलरूप से रुद्रप्रयाग जिले के रहने वाले समाजसेवी संजय शर्मा दरमोड़ा की गिनती पहाड़ और पहाड़ियों के हित का प्रतिनिधित्व करने वाले लोगों में होती है। शहरी परिवेश में रहने के बावजूद वो हमेशा उत्तराखंड और अपने गांव से जुड़े रहे। जरूरत पड़ने पर गरीब-बेसहारा लोगों की हरसंभव मदद की। केदारघाटी के लोग उन्हें आज भी हर सुख-दुख में साथ खड़े रहने वाले मित्र के तौर पर याद करते हैं, उन्हें मान देते हैं। अब संजय शर्मा दरमोड़ा भारतीय जनता पार्टी का हिस्सा बन चुके हैं। बीजेपी संगठन ने भी उनका दिल खोलकर स्वागत किया। संगठन के पदाधिकारियों ने कहा कि समाजसेवी संजय शर्मा दरमोड़ा शिक्षा, स्वास्थ्य और गरीबों की मदद करने में बढ़-चढ़कर भागीदारी निभाते रहे हैं। अपनी बोली-भाषा के संरक्षण-संवर्द्धन में भी उन्होंने अहम योगदान दिया।

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समाजसेवा के क्षेत्र में सक्रिय संजय शर्मा दरमोड़ा अब बीजेपी में शामिल होकर राजनीति को सेवा के स्वरूप में बदलने के लिए प्रयासरत हैं। बीजेपी संगठन ने संजय शर्मा दरमोड़ा का बीजेपी की सक्रिय राजनीतिक विचारधारा में आने का स्वागत किया, उनका अभिनंदन किया। साथ ही उम्मीद जताई कि समाज के प्रति समर्पण भाव, निस्वार्थ सेवा और प्रखरता से वो उत्तराखंड को खुशहाल उत्तराखंड बनाने में अपना अहम योगदान देंगे। चलिए अब आपको समाजसेवी संजय शर्मा दरमोड़ा के बारे में कुछ रोचक बातें बताते हैं। सुप्रीम कोर्ट में अधिवक्ता के तौर पर कार्यरत संजय शर्मा दरमोड़ा मूलरूप से रुद्रप्रयाग जिले के दरम्वाड़ी गांव के रहने वाले हैं। वो लंबे वक्त से समाजसेवा के क्षेत्र में सक्रिय हैं। चाहे कोविड-19 से उपजा संकट हो या गरीब-जरूरतमंदों तक मदद पहुंचाना। बेसहारा लोगों की मदद के लिए उन्होंने अपना सबकुछ दांव पर लगा दिया।

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चाहे सफाई अभियान हो, संस्कृति का संरक्षण हो या फिर अनाथ आश्रम और वृद्धाश्रमों में सहायता देनी हो, संजय शर्मा दरमोड़ा हमेशा आगे खड़े मिलते हैं। लॉकडाउन के दौरान जब दिल्ली में फंसे उत्तराखंडी प्रवासियों को उनके मालिकों ने अपने हाल पर छोड़ दिया था, उस वक्त संजय शर्मा दरमोड़ा इन प्रवासियों के लिए मसीहा बनकर सामने आए। उन्होंने दिल्ली में फंसे प्रवासियों के लिए खाने-पीने का इंतजाम किया और उनके परिवारों को पैसा भी भेजा। लॉकडाउन के दौरान दिल्ली में होने के बावजूद वो उत्तराखंड में गरीब परिवारों के घर राशन किट पहुंचाते रहे। जिस भी तरह संभव हुआ, गरीबों की मदद की। वो अनाथ और गरीब बच्चों के जीवन में शिक्षा के माध्यम से रोशनी भरने का प्रयास कर रहे है। अब संजय शर्मा दरमोड़ा अपनी राजनीतिक पारी की शुरुआत कर चुके हैं। राज्य समीक्षा टीम उनके उज्जवल भविष्य की कामना करती है। उनके सार्थक प्रयासों को सलाम करती है। उम्मीद है वो प्रदेश के विकास के लिए इसी तरह प्रयासरत रहेंगे।