उत्तराखंड देहरादूनDehradun DIG Arun Mohan Joshi Operation Third Eye

देहरादून में अब बच नहीं सकते अपराधी, DIG अरुण मोहन जोशी ने बनाया ऑपरेशन थर्ड आई

देहरादून में अब अपराधियों की खैर नहीं। डीआईजी अरुण मोहन जोशी द्वारा चलाए जा रहे ऑपरेशन थर्ड आई के तहत जनपद में लगाए गए 500 उच्च क्वालिटी के सीसीटीवी कैमरे

Dehradun DIG Arun Mohan Joshi: Dehradun DIG Arun Mohan Joshi Operation Third Eye
Image: Dehradun DIG Arun Mohan Joshi Operation Third Eye (Source: Social Media)

देहरादून: देहरादून में अब कोई भी अपराधी अपराध करने के बाद ज्यादा देर पुलिस से बच नहीं पाएगा। राजधानी दून में अपराधियों के लिए सख्त कानून बनाए जा रहे हैं। डीआईजी अरुण मोहन जोशी की देखरेख में चल रहे ऑपरेशन थर्ड आई के तहत जनपद में पुलिस ने कुल 500 सीसीटीवी कैमरे लगा दिए गए हैं। अब अपराधियों के लिए आपराधिक घटना को अंजाम देने के बाद भागना आसान नहीं होगा। देहरादून में आपराधिक घटनाओं में हो रहे इजाफे को देखते हुए डीआईजी अरुण मोहन जोशी ने थर्ड आई ऑपरेशन चलाया गया और इसके तहत जनपद में 500 सीसीटीवी कैमरे लगा दिए गए हैं। जल्द ही डीआईजी मॉक ड्रिल कर सभी कैमरों की सतर्कता को चेक करेंगें। अब देहरादून में अपराधियों का भागना असंभव होने वाला है और ऐसी व्यवस्था तैयार की जा रही है जिससे अपराध करने के बाद वे पुलिस से ज्यादा देर तक छिप नहीं पाएंगे। आगे पढ़िए

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डीआईजी अरुण मोहन जोशी ने देहरादून में अपराधियों को पकड़ने के लिए बीते 3 दिसंबर को 15 दिनों का ऑपरेशन थर्ड आई के नाम से विशेष अभियान चलाने के निर्देश जारी किए थे। इसके तहत सभी थानाध्यक्षों को यह निर्देश दिए गए थे कि वे अपने- अपने सर्कल और थाना क्षेत्रों के अंदर ऐसे स्थानों को चिन्हित करें जो अपराध की दृष्टि से संवेदनशील हैं। जिन स्थानों पर सबसे अधिक अपराध होते हैं उन स्थानों पर लगाए जाने वाले कैमरों की संख्या का आकलन कर कैमरे लगाए जाएं। उन्होंने यह भी निर्देश दिए थे कि अभियान के दौरान लगाए जाने वाले सीसीटीवी कैमरों की गुणवत्ता में कोई कमी नहीं आनी चाहिए और कमरों में कम से कम 1 महीने का बैकअप हो। इसी के साथ उन्होंने कहा कि कैमरा ऐसा होना चाहिए जिससे रात के समय भी वाहन की नंबर प्लेट और अपराधियों के चेहरे साफ दिखाई दे ताकि अपराधियों को पकड़ने में पुलिस को किसी भी, तरीके की समस्या ना आए। आगे पढ़िए

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इसके अलावा बाजार क्षेत्रों और मुख्य रूटों पर कैमरे की डायरेक्शन ऐसी हो जिससे संदिग्धों की पहचान आसानी से हो सके। डीआईजी अरुण मोहन जोशी ने बताया कि 15 दिनों तक चलने वाले इस ऑपरेशन थर्ड आई की समीक्षा उनके द्वारा की गई और यह पाया गया कि जनपद के अधिकतर थाना क्षेत्रों में थाना अध्यक्षों ने अपने-अपने क्षेत्र के संवेदनशील इलाकों में कैमरे फिट कर दिए हैं। अधिकतर थाना क्षेत्रों में उच्च क्वालिटी के सीसीटीवी कैमरे लगाए जा चुके हैं। बचे हुए क्षेत्रों में अपराध की दृष्टि से संवेदनशील स्थानों पर कैमरा लगाने की प्रक्रिया अभी भी चल रही है और जब पूरे जनपद में कैमरे फिट हो जाएंगे तो जल्द ही मॉक ड्रिल कर सुरक्षा व्यवस्था जांची जाएगी। डीआईजी अरुण मोहन जोशी ने जिले के सभी एसपी से थानों में लगने वाले कैमरों की रिपोर्ट भी मांगी है।