उत्तराखंड पिथौरागढ़Divya Pathak of Pithoragarh becomes Assistant Professor

पहाड़ के दशौली गांव की दिव्या बनी असिस्टेंट प्रोफेसर..UKPSC परीक्षा में हासिल की दूसरी रैंकिग

दिव्या पाठक और कविता तिवारी ने लोक सेवा आयोग, उत्तराखंड की तरफ से आयोजित असिस्टेंट प्रोफेसर की परीक्षा पास कर ली। दोनों बेटियों की सफलता से उनके गृह जनपद में जश्न का माहौल है।

Pithoragarh News: Divya Pathak of Pithoragarh becomes Assistant Professor
Image: Divya Pathak of Pithoragarh becomes Assistant Professor (Source: Social Media)

पिथौरागढ़: पहाड़ की होनहार बेटियां अपनी प्रतिभा के दम पर अहम पदों पर सेवाएं दे रही हैं। इनमें अब पिथौरागढ़ की दिव्या पाठक और कविता तिवारी भी शामिल हो गई हैं। होनहार दिव्या और कविता ने लोक सेवा आयोग उत्तराखंड द्वारा आयोजित असिस्टेंट प्रोफेसर की परीक्षा पास कर ली। अब वो असिस्टेंट प्रोफेसर के तौर पर सेवाएं देंगी। दिव्या की सफलता से उनके गृह जनपद में खुशी का माहौल है। दिव्या पाठक बेरीनाग क्षेत्र के दशौली गांव की रहने वाली हैं। उन्होंने लोक सेवा आयोग उत्तराखंड द्वारा आयोजित असिस्टेंट प्रोफेसर हिंदी की परीक्षा पास करने के साथ ही श्रेष्ठता सूची में दूसरा स्थान भी हासिल किया है। चलिए आपको होनहार दिव्या के बारे में और जानकारी देते हैं। बचपन से ही मेधावी रही दिव्या ने अपनी शुरुआती पढ़ाई सरस्वती शिशु मंदिर स्कूल से हासिल की। बाद में उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन किया और कुमाऊं यूनिवर्सिटी से हिंदी में एमए की डिग्री हासिल की। दिव्या ने हर परीक्षा प्रथम श्रेणी में पास की हैं। इस वक्त वो नैनीताल कैंपस से हिंदी विषय में शोध कार्य कर रही हैं। साथ ही राजकीय महाविद्यालय बागेश्वर में गेस्ट टीचर के रूप में भी सेवाएं दे रही हैं।

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दिव्या के पिता डॉ. चंद्रशेखर पाठक सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य हैं। उनकी माता शोभा पाठक भी प्रवक्ता पद से रिटायर्ड हैं। दिव्या का परिवार बेरीनाग शहर में रहता है। उनकी सफलता से क्षेत्रवासी गर्वित हैं। क्षेत्रीय विधायक मीना गंगोला और ब्लॉक प्रमुख विनीता बाफिला ने भी दिव्या को शुभकामनाएं दीं। दिव्या की तरह ही तोली गांव में रहने वाली कविता तिवारी ने भी असिस्टेंट प्रोफेसर की परीक्षा पास कर ली है। उनका चयन हिंदी विषय में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर हुआ है। कविता ने हिंदी विषय में कुमाऊं यूनिवर्सिटी में टॉप किया था। कविता इस वक्त अल्मोड़ा जिले के सरकारी स्कूल में सहायक अध्यापिका के तौर पर सेवारत हैं। अब वो कॉलेज में असिस्टेंट प्रोफेसर के तौर पर सेवाएं देंगी। राज्य समीक्षा टीम की तरफ से दिव्या पाठक और कविता तिवारी को उज्जवल भविष्य के लिए ढेरों शुभकमानाएं। इनकी सफलता पहाड़ की दूसरी बेटियों का भी मार्गदर्शन करेगी।