उत्तराखंड श्रीनगर गढ़वालDead birds found in Srinagar Garhwal

गढ़वाल: SSB परिसर में मिले मृत कौवे..उधर कीर्तिनगर से भी आई बुरी खबर

कोरोना के बाद अब प्रदेश में बर्ड फ्लू के चलते दहशत का माहौल है। श्रीनगर में आज भी दो अलग-अलग जगह पक्षी मरे हुए पाए गए। आगे पढ़िए पूरी खबर

Garhwal Bird Flu: Dead birds found in Srinagar Garhwal
Image: Dead birds found in Srinagar Garhwal (Source: Social Media)

श्रीनगर गढ़वाल: बर्ड फ्लू की दहशत बीच अलग-अलग शहरों में पक्षियों के मृत मिलने का सिलसिला जारी है। प्रदेश में अब तक 700 से ज्यादा पक्षी मृत मिले हैं और ये सिलसिला अभी थमा नहीं है। कभी देहरादून, कभी कोटद्वार तो कभी काशीपुर। हर जगह पक्षी मर रहे हैं, जिससे लोगों में दहशत है। अब एक डराने वाली खबर पौड़ी गढ़वाल के श्रीनगर से आ रही है। जहां आज तीन पक्षी मृत पाए गए हैं। ईटीवी भारत की खबर के मुताबिक श्रीनगर में एसएसबी परिसर में दो कौवे मृत पाए गए। इसी तरह कीर्तिनगर में भी एक कबूतर मरा हुआ पाया गया। क्षेत्र में जगह-जगह पक्षियों की मौत की खबर से वन विभाग और जिला प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए हैं। पक्षियों के मृत मिलने की खबर पाकर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और मृत पक्षियों के सैंपल लेकर जांच के लिए बरेली भेज दिए। ये पहली बार नहीं है, जबकि श्रीनगर में पक्षी मृत मिले हैं। पिछले कुछ दिनों से पक्षियों के मरने का सिलसिला लगातार जारी है।

ये भी पढ़ें:

यह भी पढ़ें - उत्तराखंड: ऋषिकेश AIIMS को मिला बेस्ट मेडिकल यूनिवर्सिटी 2020 सम्मान
श्रीनगर में अब तक अलग-अलग इलाकों से आठ पक्षियों के शव मिल चुके हैं। जिसमें से पांच कबूतरों के शव श्रीनगर तहसील में मिले हैं। मंगलवार को एसएसबी सीसीटी सेंटर में 2 कौवे मरे हुए मिले। जबकि एक कबूतर नेशनल हाईवे के पास मृत मिला। श्रीनगर में पक्षियों के शव मिलने की घटनाओं के बाद एक क्विक रिस्पॉन्स टीम का गठन किया गया है। वेटनरी डॉक्टर रजनीश पांडेय ने बताया कि प्रशासन की टीम ने मृत पाए गए कौवों के सैंपल जांच के लिए बरेली भेजे हैं। रिपोर्ट आने के बाद ही पक्षियों की मौत की वजह का पता चल सकेगा। आपको बता दें कि राजधानी देहरादून और कोटद्वार में मृत मिले पक्षियों में बर्ड फ्लू संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है। कोरोना के बाद अब प्रदेश में बर्ड फ्लू के चलते दहशत का माहौल है। आप भी जागरूक रहें। घर के आस-पास कोई पक्षी मृत मिले तो उसके करीब ना जाएं, संबंधित अथॉरिटी को सूचित करें।