हरिद्वार: उत्तराखंड और खासकर हरिद्वार के निवासियों के लिए एक बेहद सुखद खबर सामने आई है। अब हरिद्वार के निवासियों का इंतजार खत्म हो गया है। आज से हरिद्वार का चंडी चौक फ्लाईओवर शुरू हो चुका है और इसी के साथ हरिद्वार से देहरादून का सफर और आसान हो गया है। अब हरिद्वार से दून तक के सफर में लोगों का काफी समय भी बचेगा। हरिद्वार से देहरादून आने-जाने में ना केवल समय बचेगा जबकि सफर और भी आसान हो जाएगा। इस फ्लाईओवर से हरिद्वार कुंभ के दौरान आने वाले श्रद्धालुओं को भी काफी सहूलियत होगी। वहीं मेला पुलिस को भी कुंभ मेले में यातायात को सुचारू बनाए रखने में मदद मिलेगी और इसी के साथ जाम से भी मुक्ति मिल जाएगी। मात्र 11 महीने में 23 करोड़ की लागत वाला यह 900 मीटर लंबा फ्लाईओवर अब आम जनता के इस्तेमाल के लिए खोल दिया गया है।
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अब तक यहां हरिद्वार-मुरादाबाद हाईवे और हरिद्वार का शहरी यातायात और दिल्ली-दून हाईवे का यातायात के मर्ज होने के कारण बनने वाला जाम कई लोगों के लिए मुसीबत बनता था मगर अब इस जाम से मुक्ति मिल जाएगी। चंडी चौक फ्लाईओवर के चालू होने से दिल्ली-देहरादून वाया हरिद्वार का रास्ता पहले से भी अधिक सुगम हो गया है। यहां से बिजनौर, मुरादाबाद के अलावा कोटद्वार और लैंसडौन जाने वाले यात्रियों को भी काफी सुविधा होगी। एनएचआई ने मात्र 11 महीने में ही 23 करोड़ की लागत से यह 900 मीटर लंबे फ्लाईओवर का निर्माण कर दिया है और इस पर दोनों तरफ से यातायात को चालू भी कर दिया है। एनएचआई के परियोजना प्रबंधक प्रदीप गोसाईं के अनुसार इसके चालू हो जाने के बाद से यहां पर लगने वाले जाम यातायात से लोगों को मुक्ति मिल गई है।
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चंडी चौक फ्लाईओवर के बन जाने से हरिद्वार और उसके लगे इलाकों के अंदर पर्यटन को भी गति मिलेगी और पुल बनने से यहां लगने वाले घंटो जाम की समस्या भी खत्म हो जाएगी और यात्रा में लगने वाले समय में पौने घंटे की बचत भी होगी। चंडी देवी मंदिर दर्शन के लिए जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए भी इस फ्लाईओवर के बनने से आसानी हो गई है। वहीं हरिद्वार की स्थानीय जनता को भी काफी राहत मिली है। हरिद्वार से राजाजी पार्क, चंडी मंदिर एवं दक्षिण काली मंदिर जाने के लिए स्थानीय और बाहर से आने वाले यात्रियों को अब यहां से गुजरना होगा। साथ ही साथ यहां पर दो-दो हाईवे के मर्ज पॉइंट होने से हर वक्त दुर्घटना की आशंका बनी रहती थी अब वह भी कम हो गई है। प्रबंधक प्रदीप गोसाईं ने बताया कि इन इलाकों के यात्रा करने में हिचकने वाले पर्यटकों को भी अब समस्या नहीं आएगी और इससे पर्यटन और उसे जुड़े व्यवसाय करने वालों को भी लाभ होगा।