उत्तराखंड अल्मोड़ाLeopard in Syalde block of Almora

पहाड़ से दुखद खबर..घर के आंगन में महिला पर झपटा गुलदार, जंगल में मिली अधखाई लाश

गुलदार के घर में घुसकर महिला को मार कर ले जाने की घटना से क्षेत्र में दहशत है। डरे हुए लोग शाम होने से पहले ही घरों में कैद होने को मजबूर हैं। आगे पढ़िए पूरी खबर

Almora News: Leopard in Syalde block of Almora
Image: Leopard in Syalde block of Almora (Source: Social Media)

अल्मोड़ा: उत्तराखंड के पहाड़ी जिलों में नरभक्षी गुलदार का आतंक चरम पर है। गुलदार जंगलों से निकल कर आबादी वाले इलाकों में दाखिल हो रहे हैं। बच्चों-बुजुर्गों पर हमला कर रहे हैं, लेकिन लोगों को गुलदार के आतंक से निजात दिलाने के लिए वन विभाग कोई ठोस कार्ययोजना अब तक नहीं बना पाया है। गुलदार के हमले का हालिया मामला अल्मोड़ा जिले में सामने आया। यहां गुलदार एक बुजुर्ग महिला को घर से घसीटकर ले गया और उसे अपना निवाला बना लिया। गुलदार के घर में घुसकर महिला को मार कर ले जाने की घटना से क्षेत्र में दहशत है। डरे हुए लोग शाम होने से पहले ही घरों में कैद होने को मजबूर हैं। चलिए आपको पूरी घटना के बारे में बताते हैं। घटना स्यालदे ब्लॉक के बरंगल ग्राम पंचायत स्थित तोक किम्बगड़ क्षेत्र की है। यहां 50 साल की शांति देवी अपने परिवार संग रहती थीं। सोमवार शाम शांति देवी घर से अचानक लापता हो गई।

ये भी पढ़ें:

यह भी पढ़ें - उत्तराखंड में बारिश और बर्फबारी से बढ़ेगी आफत..5 जिलों के लोग संभलकर रहें
बताया जा रहा है कि बुजुर्ग महिला आमतौर पर घर में अकेले ही रहा करती थीं। उसके साथ उसके कोई परिजन नहीं रहते थे। दो दिन हो गए, महिला गांव में दिखाई नहीं दी तो आसपास के लोगों ने उसकी तलाश शुरू की। खोजबीन के दौरान बुधवार को गांव से 200 मीटर की दूरी पर एक झाड़ी में महिला के कुछ कपड़े मिले, जो कि खून से सने हुए थे। ग्रामीण अनहोनी की आशंका से कांप गए। थोड़ी दूर जाने पर ग्रामीणों को शांति देवी की क्षत-विक्षत लाश भी मिल गई। गुलदार ने शव को पूरी तरह खा लिया था। डरे हुए लोगों ने घटना की सूचना तुरंत पुलिस प्रशासन को दी। बाद में तहसीलदार निशा रानी मौके पर पहुंची और घटना की जानकारी जुटाई। उन्होंने कहा कि महिला के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। वहीं गुलदार के हमले की घटना से लोग डरे हुए हैं। उन्होंने वन विभाग से गुलदार को नरभक्षी घोषित कर उसे मारने की मांग की।