उत्तराखंड देहरादून500 CCTV cameras in dehradun

देहरादून में अब ट्रैफिक तोड़ने वालों की खैर नहीं..आपके मोबाइल पर आएगा चालान

स्मार्ट सिटी देहरादून में गाड़ी चलाते वक्त सतर्क रहें। अगर आपने ट्रैफिक रूल्स का जरा भी उल्लंघन किया तो पुलिस से भले ही बच जाएं, लेकिन सीसीटीवी की नजर से नहीं बच पाएंगे। चालान भी सीधे आपके मोबाइल पर आएगा।

Dehradun news: 500 CCTV cameras in dehradun
Image: 500 CCTV cameras in dehradun (Source: Social Media)

देहरादून: ट्रैफिक संबंधी नियम-कानून लोगों की सुरक्षा के लिए बने हैं, लेकिन बड़े अफसोस की बात है कि लोग आज तक इनका पालन करना नहीं सीख पाए। ट्रैफिक रूल्स की अनदेखी करना लोगों की आदत में शामिल हो चुका है। अगर आप भी गाहे-बगाहे ऐसा करते हैं तो तुरंत संभल जाएं। स्मार्ट सिटी देहरादून में गाड़ी चलाते वक्त सतर्क रहें। अगर आपने ट्रैफिक रूल्स का जरा भी उल्लंघन किया तो पुलिस से भले ही बच जाएं, लेकिन सीसीटीवी की नजर से नहीं बच पाएंगे। चालान भी सीधे आपके मोबाइल पर आएगा। स्मार्ट सिटी देहरादून में ट्रैफिक रूल्स तोड़ने वालों को सबक सिखाने के लिए पक्का इंतजाम किया जा रहा है।

ये भी पढ़ें:

यह भी पढ़ें - पहाड़ के पवनदीप ने कपिल शर्मा के शो में मचाया धमाल..सुरों से जीता देश का दिल..देखिए वीडियो
शहर में 200 जगहों पर 500 सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं। जिनकी मदद से शहर के चप्पे-चप्पे पर नजर रखी जाएगी। देहरादून स्मार्ट सिटी लिमिटेड की ओर से आईटी पार्क स्थित आईटीडीए में देहरादून इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर ‘सदैव दून’ प्रोजेक्ट की शुरुआत हो चुकी है। प्रोजेक्ट के तहत राजधानी के 200 स्थानों पर 500 सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं। जिसमें से 278 कैमरे पुलिस के लिए मददगार साबित होंगे। सड़क-चौराहों पर लगने वाले कैमरे हाई क्वालिटी फीचर से लैस होंगे और वाहनों की नंबर प्लेट को ट्रेस कर लेंगे। ऐसे में ट्रैफिक रूल्स तोड़ने वाले बच नहीं पाएंगे। शहर की यातायात व्यवस्था सुधारने के लिए 49 ट्रैफिक सिग्नल, 133 एएनपीआर कैमरा, 58 रेड लाइट वायलेशन डिटेक्शन और 38 इमरजेंसी कॉल बॉक्स जैसी आधुनिक तकनीक को 'सदैव दून’ प्रोजेक्ट में शामिल किया गया है।

ये भी पढ़ें:

यह भी पढ़ें - उत्तराखंड स्पेशल टास्क फोर्स को मिली बड़ी कामयाबी, तमिलनाडु से गिरफ्तार हुआ इनामी बदमाश
आमतौर पर पुलिस जब ट्रैफिक रूल्स तोड़ने वालों को पकड़ती है तो लोग अपने रुतबे की धौंस दिखाने लगते हैं, लेकिन चालान जब सीधे मोबाइल पर पहुंचेगा तो लोग पुलिसकर्मियों से बहस नहीं कर सकेंगे। एसएसपी योगेंद्र सिंह रावत ने बताया कि स्मार्ट सिटी के तहत जो कैमरे लगाए जा रहे हैं, यह काफी फायदेमंद साबित होंगे। इस प्रोजेक्ट से पुलिस सहित कई विभागों के सिस्टम को जोड़ा गया है, जिससे आम जनता को सभी सुविधाएं एक जगह से मिल सकेगी। शहरभर में सीसीटीवी कैमरे लगने के बाद ट्रैफिक रूल तोड़ने वालों को पकड़ने में मदद मिलेगी। अपराधी भी बचकर नहीं भाग सकेंगे।