उत्तराखंड टिहरी गढ़वालBig responsibility to vijaypal Rana in airforce

उत्तराखंड के लिए गौरवशाली पल..गढ़वाल के सपूत को वायुसेना में मिली बड़ी जिम्मेदारी

एयर मार्शल विजयपाल राणा मूलरूप से टिहरी जिले के धारमंडल नेलडा के रहने वाले हैं। उन्हें वायुसेना प्रमुख (चीफ ऑफ एयर स्टाफ) के प्रमुख सलाहकार पद पर नियुक्त किया गया है।

Tehri garhwal news: Big responsibility to vijaypal Rana in airforce
Image: Big responsibility to vijaypal Rana in airforce (Source: Social Media)

टिहरी गढ़वाल: कहने को उत्तराखंड छोटा राज्य है, लेकिन सेना को जवान और अफसर देने के मामले में इस राज्य का कोई सानी नहीं। उत्तराखंड के लोगों की देशभक्ति के किस्से दुनियाभर में मशहूर हैं। यहां के होनहार लाल सेना में अहम पदों पर सेवाएं दे रहे हैं। इन लोगों में अब एयर मार्शल विजयपाल राणा का नाम भी शामिल हो गया है। उन्हें वायुसेना में प्रशासन प्रमुख की जिम्मेदारी मिली है। एयर मार्शल विजयपाल राणा मूलरूप से टिहरी जिले के धारमंडल नेलडा के रहने वाले हैं। उन्हें वायुसेना प्रमुख (चीफ ऑफ एयर स्टाफ) के प्रमुख सलाहकार पद पर नियुक्त किया गया है।

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पहाड़ के लाल को महत्वपूर्ण जिम्मेदारी से नवाजे जाने पर प्रदेश में खुशी की लहर है। उन्होंने एक फरवरी को वायुसेना में प्रशासन प्रमुख (एयर ऑफिसर इन चार्ज एडमिनिस्ट्रेशन) का पदभार संभाला। उनके गृह जनपद में भी जश्न शुरू हो गया है। चलिए अब आपको एयर मार्शल विजयपाल राणा के बारे में कुछ और बातें बताते हैं। टिहरी गढ़वाल के नेलडा के रहने वाले विजयपाल राणा की पढ़ाई उत्तराखंड में अलग-अलग जगहों पर हुई। नेलडा में प्राथमिक शिक्षा लेने के बाद उन्होंने आगे की पढ़ाई सैनिक स्कूल से पूरी की। गढ़वाल यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन के बाद उन्होंने पंतनगर यूनिवर्सिटी से पोस्ट ग्रेजुएशन किया। पढ़ाई में हमेशा अव्वल रहे विजयपाल राणा ने स्कूल और कॉलेज तक की शिक्षा फर्स्ट डिविजन से पास की।

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पढ़ाई पूरी करने के बाद वो वायुसेना में अफसर के तौर पर नियुक्त हुए। उन्होंने अपने लगभग चार दशक के कार्यकाल के दौरान विभिन्न महत्वपूर्ण पदों का कार्यभार संभाला। यही नहीं कारगिल युद्ध और ऑपरेशन पराक्रम के दौरान उन्होंने फाइटर कंट्रोलर और रडार यूनिट के कमांडिंग अफसर के रूप में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। वो कुशल प्रशासनिक अधिकारी के अलावा जाने-माने पर्वतारोही के तौर पर भी पहचाने जाते हैं। खेलों के अलावा साहित्य में भी उनकी गहरी रुचि है। वायु सेना में उनके सराहनीय योगदान के लिए उन्हें 1995 में वायु सेना प्रमुख द्वारा प्रशंसा पत्र और 2015 में राष्ट्रपति द्वारा विशिष्ठ सेवा पदक से सम्मानित किया गया। अब वो वायुसेना में प्रशासन प्रमुख के तौर पर सेवाएं देंगे। राज्य समीक्षा टीम की तरफ से उन्हें ढेरों शुभकामनाएं। हम उनके उज्जवल भविष्य की कामना करते हैं।