देहरादून: उत्तराखंड एसटीएफ दूसरे राज्यों में छिपे अपराधियों की धरपकड़ के लिए लगातार अभियान चला रही है। पिछले दिनों एसटीएफ ने एक इनामी बदमाश को तमिलनाडु से पकड़ा था। अब एसटीएफ के हाथ एक और बड़ी सफलता लगी है। स्पेशल टास्क फोर्स और साइबर थाना पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 30 लाख की साइबर ठगी करने वाले मास्टरमाइंड को कोलकाता से गिरफ्तार किया। आरोपी की पहचान अंकित चक्रवर्ती के रूप में हुई। वो प्रतापतिकया रोड बारासत, वेस्ट बंगाल का रहने वाला है। एसएसपी एसटीएफ अजय सिंह ने वारदात का खुलासा करते हुए बताया कि साइबर ठगी के दूसरे आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास भी जारी हैं। एक पुलिस टीम को अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पश्चिम बंगाल भेजा गया है।
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चलिए पूरा मामला भी बताते हैं। कुछ दिन पहले चंपावत के रहने वाले एक व्यक्ति ने साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन पर शिकायत दर्ज कराई थी। पीड़ित ने बताया कि एक अनजान कॉलर ने फोन और एसएमएस के जरिए उनसे संपर्क किया। कॉलर ने किसी तरह उनके इंटरनेट बैंकिंग का एक्सेस हासिल कर लिया। जिसके बाद उसके खाते से 30 लाख रुपये की ऑनलाइन निकासी की गई। मामले की गंभीरता को देखते हुए साइबर पुलिस तुरंत जांच में जुट गई। पुलिस ने मोबाइल नंबर और बैंक खातों की डिटेल जुटाई तो सभी नंबर पश्चिम बंगाल राज्य के पाए गए। जांच में पता चला कि साइबर ठगों ने पश्चिम बंगाल के दो खातों का इस्तेमाल कर 30 लाख की ठगी को अंजाम दिया।
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इन खातों से दूसरे खातों में धनराशि ट्रांसफर की गई। जांच में ये भी पता चला की महज कुछ महीनों के भीतर इन खातों से एक करोड़ से ज्यादा की धनराशि का लेनदेन हुआ है। जिसके बाद आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए एक पुलिस टीम को पश्चिम बंगाल भेजा गया। यहां पुलिस एक साइबर ठग तक पहुंचने में कामयाब रही। पुलिस ने उसे पश्चिम बंगाल के दूरस्थ जिले से गिरफ्तार किया। पकड़े गए आरोपी का नाम अंकित चक्रवर्ती है। वो प्रतापकितया रोड, बारासत का रहने वाला है। अंकित ठगी के गिरोह का सरगना होने के साथ ही शातिर किस्म का अपराधी है। पुलिस अब उसके साथियों की तलाश कर रही है।