चमोली: चमोली में जिंदगियों को बचाने का मिशन युद्धस्तर पर जारी है। रविवार को हुए हादसे के बाद से 200 से ज्यादा लोग लापता हैं। ताजा अपडेट मिलने तक प्रशासन ने 28 शव बरामद कर लिए थे। सभी शव टनल और आसपास के क्षेत्रों में नदियों के किनारे से मिले हैं। 2 मृतकों की शिनाख्त हो गई है, वहीं टनल में फंसे करीब 25 मजदूरों को बचाने की जद्दोजहद जारी है। लापता लोगों में यूपी के 53 लोग भी शामिल हैं। इसके अलावा बिहार के भी चार लोग लापता हैं। इनमें से तीन वहां चल रहे प्रोजेक्ट में काम करते थे। वहीं बिहार के समस्तीपुर का रहने वाला एक युवक भी चमोली के पास ही मजदूरी करता था। आपदा के 40 घंटे बाद भी इन लोगों से संपर्क नहीं हो पाया है। परिजन इनसे संपर्क करने की कोशिश में जुटे हैं, लेकिन जैसे-जैसे वक्त बीत रहा है। परिवारवालों की टेंशन बढ़ती जा रही है।
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फिलहाल बिहार के 4 लोगों के लापता होने की सूचना है, लेकिन यह संख्या बढ़ सकती है। लापता लोगों में इंजीनियर मनीष कुमार भी शामिल हैं। उनका परिवार पटना जिले के रानीतालाब क्षेत्र में रहता है। दो महीने पहले दिसंबर 2020 में मनीष की शादी हुई थी। वो चमोली में ओम मेटल इंफ्राटेक पावर प्रोजेक्ट में इंजीनियर हैं। इसी तरह गोपालगंज के रहने वाले 34 वर्षीय नेमधारी प्रसाद भी लापता हैं। वो भी इसी प्रोजेक्ट में काम कर रहे थे। छपरा के दाउदपुर थाने के वरवां गांव के विनोद सिंह उर्फ मुन्ना सिंह भी लापता हैं। वो तपोवन स्थित एनटीपीसी में एक पेटी कांट्रैक्टर के अधीन सुपरवाइजर का काम करते हैं। समस्तीपुर के नरेश का भी आपदा के बाद से कुछ पता नहीं चला है। लापता लोगों के परिजन बेहद परेशान हैं, वो अपनों से संपर्क करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन संपर्क नहीं हो पा रहा।