अल्मोड़ा: उत्तराखंड नशे के सौदागरों के निशाने पर है। नशे के खिलाफ पुलिस प्रदेशभर में अभियान चला रही है, लेकिन इसका ज्यादा असर दिख नहीं रहा। पुलिस की नजरों से बचने के लिए नशे के सौदागर नए-नए हथकंडे अपना रहे हैं। अब अल्मोड़ा के मानिला में ही देख लें, यहां चेकिंग से बचने के लिए नशा तस्करों ने लग्जरी कार पर उत्तराखंड पुलिस का स्टीकर लगाया हुआ था। आरोपियों ने बच निकलने का पूरा इंतजाम किया हुआ था, लेकिन पुलिस के आगे उनकी एक न चल सकी। चेकिंग के दौरान कार से 10.768 किलो गांजा बरामद हुआ। इस मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। अल्मोड़ा में एसएसपी पंकज भट्ट के निर्देश पर नशे के खिलाफ अभियान चल रहा है। अभियान के तहत जिलेभर में छापे मारे जा रहे हैं, चेकिंग चल रही है। अभियान के तहत पुलिसकर्मियों की एक टीम मोहन चेकपोस्ट पर गाड़ियों की चेकिंग कर रही थी। इस दौरान पुलिस ने एक लग्जरी कार को रोका।आगे पढ़ें
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कार पर उत्तराखंड पुलिस का स्टीकर लगा था। पुलिस ने तलाशी ली तो कार में से 10.768 किलो मादक पदार्थ बरामद हुआ। इस मामले में पुलिस ने भूरे खान पुत्र पहलवान, हर्ष रावत पुत्र मनवर सिंह रावत और कार्तिक दीक्षित पुत्र केशव कुमार को पकड़ा है। तीनों आरोपी काशीपुर के रहने वाले है। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वो गढ़वाल के धुमाकोट से गांजा लेकर काशीपुर जा रहे थे..पुलिस से बचने के लिए उन्होंने कार पर उत्तराखंड पुलिस का स्टीकर लगाया हुआ था, लेकिन तमाम पैंतरे आजमाने के बावजूद आरोपी चेकपोस्ट पर धर लिए गए। पुलिस ने गिरफ्तारी के बाद आरोपियों को कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। बता दें कि नशीले पदार्थों की तस्करी रोकने के लिए कुमाऊं और गढ़वाल की सीमा पर लगातार चेकिंग अभियान चल रहा है। पुलिस ने यहां जीएमओयू की यात्री बस से भी नौ किलो गांजा जब्त किया। इस मामले में पुलिस ने दीपक नेगी पुत्र ध्यान सिंह को गिरफ्तार किया है। आरोपी के पास से 9.250 किलो गांजा बरामद हुआ।