रुद्रप्रयाग: चारधामयात्रियों के लिए अच्छी खबर है। चारधाम विकास परियोजना के तहत रुद्रप्रयाग में 920 मीटर सुरंग बनाए जाने का रास्ता साफ हो गया है। ये सुरंग रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड के साथ-साथ ऋषिकेश-बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग को आपस में जोड़ेगी। सुरंग बनाने के लिए भारत सरकार की तरफ से हरी झंडी मिल गई है। रूद्रप्रयाग टनल निर्माण के लिए लगभग 225 करोड़ स्वीकृत हो गए हैं...दरअसल सीएम त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने दिल्ली में केन्द्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात की। इस दौरान इस टनल की स्वीकृति दे दी गई। रुद्रप्रयाग में जवाड़ी बाईपास पुल के पास ये सुरंग बनेगी जो दूसरे छोर पर रुद्रप्रयाग-चोपता-पोखरी मोटर मार्ग पर बेलणी आबादी क्षेत्र के पास निकलेगी। यहां अलकनंदा नदी पर पुल भी बनाया जिससे ये सुरंग बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग से जुड़ जाएगी। सुरंग बनने से इलाके की आबादी को किसी तरह का खतरा नहीं होगा, बल्कि इससे मुख्य बाजार में लगने वाले जाम की समस्या से निजात मिलेगी। आगे जानिए प्रोजक्ट की खास बातें
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प्रोजेक्ट का काम चारधाम विकास परियोजना के तहत किया जाएगा। 200 करोड़ की लागत से बनने वाली इस सुरंग के लिए केंद्र सरकार के वन एवं पर्यावरण मंत्रालय ने भूमि हस्तांतरण की इजाजत दे दी है।आपको बता दें कि बीआरओ ने रुद्रप्रयाग में बदरीनाथ और गौरीकुंड हाईवे को लिंक करने के लिए सुंरग बनाने का प्रस्ताव साल 2008-09 में केंद्र को भेजा था। साल 2011-12 में सुरंग के सर्वे को मंजूरी मिली। साल 2015-16 में तीन चरणों में सर्वे का काम पूरा किया गया। अब जल्द ही प्रोजेक्ट पर काम शुरू होने होने वाला है। सुरंग बनने से रुद्रप्रयाग में ट्रैफिक का दबाव तो कम होगा ही, बदरीनाथ-गौरीकुंड एनएच के जुड़ने से अलकनंदा नदी के दोनों तरफ बसे गांवों के लोगों की हाईवे तक पहुंच भी आसान हो जाएगी।