उत्तराखंड देहरादूनAnkita Dhyani is not getting ground for practice

पहाड़ की ‘उड़न परी’ को प्रैक्टिस के लिए नहीं मिल रहा ग्राउंड...और तैयारी है ओलंपिक की

अंकिता ध्यानी को ओलंपिक क्वालिफाइंग की तैयारी खेतों में करनी पड़ रही है, क्योंकि इस होनहार खिलाड़ी को प्रैक्टिस के लिए मैदान नहीं मिला।

Ankita Dhyani: Ankita Dhyani is not getting ground for practice
Image: Ankita Dhyani is not getting ground for practice (Source: Social Media)

देहरादून: पहाड़ की होनहार बेटियां चुनौतियों के अग्निपथ पर चलकर देश और प्रदेश के लिए मेडल जीत रही हैं। दुनियाभर में भारत का मान बढ़ा रही हैं, लेकिन जो खिलाड़ी चुनौतियों और प्रतिद्वंदियों से कभी नहीं हारे, वो सिस्टम के आगे आज भी घुटने टेकने को मजबूर हैं। अब उत्तराखंड की उड़न परी अंकिता ध्यानी को ही देख लें। देवभूमि की ये होनहार एथलीट राष्ट्रीय स्तर पर कई चैंपियनशिप जीत चुकी है। अब अंकिता ओलंपिक क्वालिफाइंग की तैयारी कर रही हैं, लेकिन उन्हें अपनी तैयारी खेतों में करनी पड़ रही है, क्योंकि इस होनहार खिलाड़ी को प्रैक्टिस के लिए मैदान नहीं मिला। राज्य में खेलों और खिलाड़ियों को लेकर सिस्टम कितना लापरवाह है, इसका अंदाजा अंकिता की स्थिति को देखकर लगाया जा सकता है।

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अंकिता रायपुर स्पोर्ट्स कॉलेज में सिंथेटिक ट्रैक पर प्रैक्टिस करना चाहती थीं। अनुमति के लिए उन्होंने मंत्री से लेकर अधिकारियों तक से गुहार लगाई, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। मैदान न मिलने से मायूस अंकिता को खेतों में दौड़ना पड़ रहा है। करीब चार महीने पहले जूनियर नेशनल में नए राष्ट्रीय रिकॉर्ड के साथ स्वर्ण पदक जीतकर राज्य का नाम रोशन करने वाली अंकिता ध्यानी मैदान न मिलने से मायूस हैं। उन्हें अब सड़क और खेतों में दौड़कर ओलंपिक क्वालिफाइंग की तैयारी करनी पड़ रही है, जो वाकई शर्मनाक है। अंकिता ने पिछले दो सालों में कई उपलब्धियां हासिल की हैं। इस दौरान उन्होंने 1500 मीटर और पांच हजार मीटर की स्पर्द्धाओं में शानदार प्रदर्शन किया। यही नहीं अंकिता ने फरवरी 2021 में गुवाहाटी में हुए जूनियर नेशनल में दो स्वर्ण पदक अपने नाम किए।

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इससे पहले जनवरी 2021 में भोपाल में आयोजित जूनियर फेडरेशन कप और जनवरी 2020 में गुवाहाटी में आयोजित खेलो इंडिया यूथ गेम्स में भी अंकिता ने नए मीट रिकॉर्ड के साथ दो-दो स्वर्ण पदक जीते। अंकिता राज्य की बेहद प्रतिभावान खिलाड़ियों में से एक हैं, लेकिन बड़े अफसोस की बात है कि जिस प्रदेश के लिए वो खेलती हैं, वो उन्हें प्रैक्टिस के लिए एक ग्राउंड तक मुहैया नहीं करा पा रहा। राज्य एथलेटिक्स संघ के सचिव केजेएस कलसी ने बताया कि अंकिता को पटियाला में 60वीं नेशनल इंटर स्टेट एथलेटिक्स में हिस्सा लेना है। यहां बेहतर प्रदर्शन करने पर खिलाड़ियों को ओलंपिक में हिस्सा लेने का मौका मिल सकता है, लेकिन अभी तक अंकिता की प्रैक्टिस की व्यवस्था नहीं हो पाई है। विभाग के आला अधिकारियों को इस तरफ ध्यान देना चाहिए।