नैनीताल: रामनगर के जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क में इन दिनों कदंब के खूबसूरत फूल अपनी महक बिखेर रहे हैं। कदंब का पेड़ भगवान श्रीकृष्ण का प्रिय पेड़ है, साथ ही इसे पर्यावरण की रक्षा करने वाला भी माना जाता है। कदंब का ऐसा ही एक पेड़ कॉर्बेट पार्क के ढिकाला जोन में है, जो इन दिनों पूरे परिसर को सुगंधित कर रहा है। कदंब में कई औषधीय गुण हैं। इसकी छाया भी विशाल और शीतल होती है। कदंब का वनस्पति नाम एन्थोसीफैलस इंडिगो है। ये आमतौर पर उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, बंगाल और उड़ीसा में पाया जाता है। कदंब की सबसे खास बात ये है कि बादलों की गर्जना होते ही इसके फूल अचानक खिल उठते हैं। वर्षाकाल में ये फूलों से लकदक नजर आने लगता है। प्रोफेसर डॉ. जीसी पंत बताते हैं कि कदंब को देव वृक्ष कहा जाता है। इसका इस्तेमाल कई रोगों को ठीक करने में होता है।
ये भी पढ़ें:
यह भी पढ़ें - गढ़वाल से अच्छी खबर: अंडरग्राउंड हाईटेंशन लाइन वाला पहला शहर होगा श्रीनगर, पढ़िए खास बातें
इसके फूलों से इत्र बनता है। डायबिटीज की दवा बनाने में भी इसका इस्तेमाल किया जाता है। कदंब का फल खांसी, मूत्र संबंधी रोग, रक्त पित्त और दूसरी कई बीमारियों में लाभदायक है। इसके तने से लेकर पत्तियों तक में औषधीय गुण पाए जाते हैं। खांसी में इसकी छाल का काढ़ा पीने से तुरंत आराम मिलता है। कॉर्बेट टाइगर रिजर्व की उपनिदेशक कल्याणी कहती हैं कि कॉर्बेट और आसपास के जंगलों में ये बहुत ही कम मात्रा में पाया जाता है, लेकिन ढिकाला रेंज में इसका एक पेड़ है। कदंब को आयुर्वेद में कई रोगों के लिए फायदेमंद बताया गया है। इसका फूल कोरोना वायरस के वैज्ञानिक रूप में दिखता है। तो देखा आपने कदंब में कितने गुण हैं। इस बार जब आप पौधारोपण का संकल्प करें तो अपने आसपास कदंब का पौधा जरूर लगाएं।