उत्तराखंड देहरादूनSchools will open in Uttarakhand from August 2

उत्तराखंड में 2 अगस्त से खुल रहे हैं स्कूल, गाइडलाइन भी पढ़ लीजिए

उत्तराखंड में दो चरणों मे खोले जाएंगे स्कूल। 2 अगस्त से होंगी केवल 9वीं से लेकर 12 वीं के विद्यार्थियों की कक्षाएं। शिक्षा विभाग ने जारी की गाइडलाइंस

Uttarakhand Schools: Schools will open in Uttarakhand from August 2
Image: Schools will open in Uttarakhand from August 2 (Source: Social Media)

देहरादून: उत्तराखंड से एक बड़ी खबर सामने आ रही है। शिक्षा विभाग पिछले कई महीनों से बंद पड़े स्कूलों को खोलने की तैयारियों में जुटा हुआ है। शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने स्कूलों को 2 अगस्त से खोलने के निर्देश दिए थे। हालांकि इस बात पर सहमति नहीं बन पा रही थी कि 2 अगस्त से किन कक्षाओं के लिए स्कूलों को खोला जाएगा और कितने चरणों में स्कूल खुलेंगे। आखिरकार इस पर भी निर्णय आ चुका है और शिक्षा विभाग ने स्कूलों के खुलने से संबंधित उठ तमाम सवालों के जवाब दे दिए हैं। उत्तराखंड में स्कूलों को दो चरणों में खोला जाएगा। पहले चरण में 2 अगस्त से केवल 9वीं से लेकर 12वीं तक के स्कूल खोले जाएंगे। दूसरे चरण में 16 अगस्त से छठीं से आठवीं तक के स्कूल खोले जाएंगे। इससे संबंधित गाइडलाइंस भी शिक्षा विभाग ने जारी कर दी है। अभिभावकों की सहमति मिलने पर ही छात्र स्कूल आएंगे। सोमवार से शुक्रवार तक स्कूल खुलेंगे। शिक्षा सचिव राधिका झा की अध्यक्षता में सचिवालय में हुई बैठक में इस बात पर निर्णय लिया गया। शिक्षा सचिव ने बताया कि वर्तमान हालात को देखते हुए उत्तराखंड में स्कूलों को खोलने का निर्णय लिया गया है। हालांकि जो भी अभिभावक अपने बच्चों को स्कूल भेजने के लिए तैयार नहीं है वे ऑनलाइन क्लासेस के जरिए बच्चों की पढ़ाई जारी रख सकते हैं। आगे पढ़िए

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स्कूलों को खोलने के लिए शिक्षा विभाग ने गाइडलाइंस जारी की हैं। चलिए आपको बताते हैं कि उत्तराखंड में किन चरणों में और किन नियमों के साथ आगामी 2 अगस्त को स्कूल खोले जाएंगे।नवीं से 12 वीं की कक्षाएं चार और छठी से आठवीं तक की कक्षाएं तीन घंटे चलेंगीं। अधिक छात्र संख्या वाले स्कूलों को दो पालियों में चलाया जा सकेगा। स्कूलों में कोई भी सांस्कृतिक, खेल गतिविधियों और प्रार्थना नहीं होगी। केवल बच्चों पढ़ाई पर ही फोकस रखा जाएगा। कोई भी स्कूल फीस वृद्धि नहीं करेगा। निजी और सहायता प्राप्त स्कूलों में वर्तमान फीस ही लागू होगी। सभी शिक्षकों एवं अन्य स्टाफ के लिए वैक्सीनेशन या आरटीपीसीआर नेगेटिव रिपोर्ट दिखाना जरूरी है।शिक्षा सचिव राधिका झा का कहना है कि कोरोना के कारण बच्चों की पढ़ाई का काफी नुकसान हुआ है। ऑनलाइन क्लासेस में बच्चे पूरी तरह फोकस होकर नहीं पढ़ पाते। छात्रों को दोबारा पढ़ाई की मुख्यधारा में लाने के लिए स्कूल खोलने का निर्णय लिया गया है। स्कूलों को खोलते समय शिक्षकों एवं बच्चों की सुरक्षा को प्राथमिकता दी जाएगी। शिक्षा सचिव राधिका झा के साथ सचिवालय में हुई बैठक में आपदा प्रबंधन, स्वास्थ्य, शहरी विकास विभाग के अफसरों के साथ ही निजी स्कूल व अभिभावक संघों के प्रतिनिधि भी मौजूद रहे।