उत्तराखंड देहरादूनFares increased for hill districts from Dehradun

देहरादून से पहाड़ के लिए बेतहाशा बढ़ा किराया, रानीपोखरी पुल टूटने के बाद जनता बेहाल

ऋषिकेश बदरीनाथ हाईवे बंद होने से यात्रियों का 3 गुना सफर बड़ा, किराया भी पड़ रहा है जेब को भारी, निजी बस चालक ले वसूल रहे हैं मनमर्जी का किराया

Uttarakhand Fares increased: Fares increased for hill districts from Dehradun
Image: Fares increased for hill districts from Dehradun (Source: Social Media)

देहरादून: उत्तराखंड में इन दिनों प्रकृति का प्रकोप बरकरार है और बरसात के कारण कई हादसे हो रहे हैं। बरसात के कारण पैदा हो रही दुश्वारियों का खामियाजा उत्तराखंड के लोगों को भुगतना पड़ रहा है। उत्तराखंड में कई मुख्य हाईवे एवं सड़कें भूस्खलन के कारण बाधित हो रखे हैं जिस वजह से बसों को लंबे रूट से जाना पड़ रहा है और इसका सीधा प्रभाव यात्रियों की जेब पर पड़ रहा है और उनसे मोटे पैसे वसूले जा रहे हैं। ऋषिकेश-बदरीनाथ राजमार्ग बंद होने के कारण देवप्रयाग के निवासियों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। लोगों को 3 गुना अधिक सफर करना पड़ रहा है और किराया बढ़ने से उनकी जेब पर भी इसका प्रभाव पड़ रहा है। ऋषिकेश-बदरीनाथ राजमार्ग में इस समय भूस्खलन के कारण आवाजाही नहीं हो पा रही है जिस वजह से देवप्रयाग एवं उससे लगे पौड़ी की जनता को ऋषिकेश के लिए मसूरी से होकर जाना पड़ रहा है। देहरादून से रुद्रप्रयाग, चमोली का भी किराया बढ़ गया है। इससे ना केवल उनका सफर 3 गुना अधिक बढ़ रहा है बल्कि उनकी जेब पर भी यह सफर भारी पड़ रहा है और उनको कई गुना अधिक पैसे देने पड़ रहे हैं। आगे पढ़िए

ये भी पढ़ें:

यह भी पढ़ें - देहरादून से ऋषिकेश, पौड़ी, चमोली, रुद्रप्रयाग का सफर हुआ महंगा..रानीपोखरी पुल टूटने का असर
बता दें कि जिला प्रशासन टिहरी ने बद्रीनाथ राजमार्ग को तपोवन से मलेथा तक बंद कर दिया है जिसके बाद देवप्रयाग के निवासियों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।अभी तक देवप्रयाग के निवासी गजा- खाडी-नरेंद्रनगर होकर क्षेत्रवासी ऋषिकेश, देहरादून तक पहुंचते थे। मगर भिन्नु गांव में सड़क के पूरी तरह ध्वस्त होने के बाद प्रशासन की ओर से इस मार्ग को भी यातायात के लिए बन्द कर दिया गया है। अब देवप्रयाग से गजा, खाडी, चम्बा, कद्दूखाल, सुरकंडा, धनोल्टी, मसूरी, देहरादून से नेपाली फार्म होकर ऋषिकेश का सफर तिगुनी दूरी के साथ तय करना पड़ रहा है। लोगों को करीब 220 से 270 किमी तक अधिक सफर करना पड़ रहा है। यह तीन गुना अधिक सफर है। दूरी के साथ ही किराया भी कई गुना बढ़ा है। लोगों का 11 घण्टे के सफर में स्वास्थ्य भी प्रभावित हो रहा है। निजी चालक भी अपनी मनमर्जी का किराया लेकर आम जनता को लूट रहे हैं।