देहरादून: उत्तराखंड के मंत्री-विधायक अपने काम के लिए कम बयानों के लिए ज्यादा सुर्खियों में रहते हैं। पिछले दिनों पूर्व सीएम तीरथ सिंह रावत के बयानों पर देशभर में कैसा हल्ला मचा था, ये सबने देखा। इस बार स्वास्थ्य एवं आपदा प्रबंधन मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने ऐसा अजीबो-गरीब बयान दिया है, जिसके चलते राज्य सरकार की जमकर फजीहत हो रही है। उत्तराखंड सरकार में आपदा मंत्री धन सिंह रावत का मानना है कि प्राकृतिक आपदा, बारिश और भूस्खलन जैसी स्थिति से निपटने के लिए एक ऐप बेहद सक्षम हो सकता है। एक वायरल वीडियो में डॉ. धन सिंह रावत ये कहते नजर आ रहे हैं कि आईआईटी रुड़की में रिसर्च कर एक ऐप बनाया जा रहा है, जिसमें बारिश अगर ज्यादा आती है तो उसको कम ज्यादा किया जा सकता है। लिहाजा, सवाल ये है कि आखिर माननीय मंत्री प्राकृतिक आपदा या फिर बारिश को कैसे कम-ज्यादा करने की बात कह रहे हैं। क्या अब बदरा भी मंत्री जी के इशारे पर बरसेंगे।
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आपदा प्रदेश माने जाने वाले उत्तराखंड में आखिर मंत्री जी किस आधार पर ऐप से बारिश कंट्रोल करने का दावा कर रहे हैं, ये सचमुच समझ से परे है। चलिए आपको ऐप को लेकर किए जा रहे दावों और उनकी हकीकत का एक और नमूना दिखाते हैं। पिछले दिनों उत्तराखंड सरकार ने एक भूकंप ऐप लांच किया था। जिसमें दावा किया जा रहा था कि राज्य में किसी भी क्षेत्र में भूकंप आता है तो उसकी सूचना पहले ही मिल जाएगी। राज्य के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने भूकंप की सूचना देने वाले ऐप का शुभारंभ किया। ऐप बनाने में करोड़ों रुपये खर्च हुए, लेकिन शुभारंभ के दो दिन बाद ही राज्य में भूकंप आ गया। जमीन हिल गई लेकिन भूकंप ऐप जस का तस रहा। अब आपदा मंत्री प्राकृतिक आपदाओं और बारिश को कंट्रोल के लिए ऐप बनाने की बात कर रहे हैं, जिसे लेकर उनकी खूब आलोचना हो रही है। सोशल मीडिया पर लोग उनके इस बयान पर मजे ले रहे हैं।