उत्तराखंड चम्पावतChampawat father and son charas smuggling

उड़ता उत्तराखंड: बाप-बेटा मिलकर कर रहे थे नशे की तस्करी, 9 किलो से ज्यादा चरस बरामद

पिता पर संतान को सही राह दिखाने की जिम्मेदारी होती है, लेकिन चंपावत में एक पिता ने ही अपने बेटे को नशे के धंधे में झोंक दिया। पिता और उसका बेटा चरस की तस्करी करते पकड़े गए हैं।

Champawat charas smuggling: Champawat father and son charas smuggling
Image: Champawat father and son charas smuggling (Source: Social Media)

चम्पावत: पिता होना बहुत बड़ी जिम्मेदारी है। वो पिता ही होता है, जो अपनी संतान को सही-गलत का फर्क बताता है, उसे गलत राह पर जाने से रोकता है, लेकिन चंपावत में एक पिता ने ही अपने बेटे को नशे के धंधे में झोंक दिया। पिता और उसका बेटा चरस की तस्करी करते पकड़े गए हैं। दोनों के पास से चरस की बड़ी खेप बरामद हुई। प्रदेशभर में इन दिनों नशे के खिलाफ अभियान चल रहा है। एसपी चम्पावत देवेंद्र पींचा के निर्देश पर पुलिस ने जिलेभर में ऑपरेशन क्रेकडाउन छेड़ रखा है। जिसके तहत जगह-जगह चेकिंग की जा रही है। बुधवार को भी अभियान जारी था। पुलिस और एडीटीएफ की संयुक्त टीम पाटी के गर्सलेख तिराहे पर चेकिंग कर रही थी। तभी दो लोग पुलिस को देखकर भागने लगे। पुलिस ने दोनों को पकड़ लिया। तलाशी के दौरान आरोपियों के पास से नौ किलो दो सौ ग्राम चरस बरामद हुई.

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पकड़े गए लोगों में रमेश सिंह (53) पुत्र दान सिंह और ललित सिंह (23) पुत्र रमेश सिंह शामिल हैं। आरोपी नैनीताल के मुक्तेश्वर क्षेत्र के रहने वाले हैं। नशा तस्करी में पकड़ा गया रमेश अपने बेटे ललित के साथ चरस की तस्करी कर रहा था। रमेश सिंह टैक्सी ड्राइवर है, जबकि उसका पुत्र होटल में काम करता है। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वो गांवों से चरस खरीदकर लेकर आए थे, जिसे हल्द्वानी में ऊंचे दामों पर बेचने की प्लानिंग थी। फिलहाल दोनों आरोपी पुलिस की गिरफ्त में हैं। कोर्ट में पेशी के बाद दोनों आरोपियों को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि एसपी के निर्देश पर नशा तस्करों की धरपकड़ के लिए बड़े स्तर पर अभियान चलाया जा रहा है। ऑपरेशन क्रेकडाउन के तहत अब तक कई तस्कर पकड़े जा चुके हैं। सीमांत क्षेत्र में अभियान आगे भी जारी रहेगा।