देहरादून: देहरादून का आईएसबीटी बस अड्डा। कहने को ये बस अड्डा है, लेकिन इसे हंगामे और अराजकता का अड्डा कहा जाए, तो गलत नहीं होगा। बस अड्डे में कर्मचारियों का शराब पीना, हंगामा करना एकदम आम बात है। बीते दिन भी यही हुआ। यहां रोडवेज की वॉल्वो बस को देहरादून से कटरा जाना था। श्रद्धालु बस के चलने का इंतजार कर रहे थे, लेकिन गाड़ी का ड्राइवर (Dehradun ISBT Volvo Bus Driver) अचानक गायब हो गया। दो घंटे बीत गए। ड्राइवर नहीं आया तो यात्रियों ने काउंटर पर हंगामा किया। इस बीच कुछ शराबी कर्मचारी वहां आ धमके और यात्रियों से उलझ गए। हंगामा हो ही रहा था कि तभी कर्मचारियों की आपस में ही बहस हो गई। पहले यात्रियों से झगड़ रहे शराबी कर्मचारी बाद में एक-दूसरे पर ही टूट पड़े। आईएसबीटी पर जमकर हंगामा हुआ। खैर जैसे-तैसे दूसरा ड्राइवर बुलाया गया। तब कहीं जाकर गाड़ी कटरा के लिए रवाना हो सकी। बता दें कि दून से माता वैष्णों देवी कटरा वॉल्वो बस सेवा रोजाना शाम छह बसे आईएसबीटी से चलती है।
ये भी पढ़ें:
यह भी पढ़ें - देहरादून से वैष्णो देवी के लिए वॉल्वो बस सेवा शुरू, जानिए किराया और बाकी डिटेल
गुरुवार को इस बस की 14 सवारी ऑनलाइन बुक थी, जबकि 22 यात्री देहरादून आईएसबीटी से बस में बैठे। बस निर्धारित समय पर नहीं चली तो यात्रियों ने काउंटर पर पूछताछ की। वहां शराब के नशे में धुत तीन-चार कर्मचारी यात्रियों से लड़ने लगे। बाद में वो यात्रियों को छोड़ आपस में लड़ने लगे। हंगामा बढ़ने पर परिचालक ने इसकी सूचना अधिकारियों को दी। तब पता चला कि ड्राइवर के पिता को हार्ट अटैक आ गया था, जिस वजह से वो बिना किसी को सूचना दिए तुरंत घर चला गया। खैर दो घंटे बाद दूसरा चालक बुलाकर बस को गंतव्य के लिए रवाना कर दिया गया। ग्रामीण डिपो एजीएम केपी सिंह ने बताया कि उन्हें शराबी कर्मचारियों द्वारा किए गए हंगामे की खबर मिली है। एजीएम (Dehradun ISBT Volvo Bus Driver) ने इस संबंध में जानकारी जुटाने और मुख्यालय में रिपोर्ट करने की बात कही है।