देहरादून: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दूसरी बार उत्तराखंड की कमान संभालते वक्त अपने इरादे जाहिर कर दिए थे। उन्होंने कहा था कि भ्रष्ट और लापरवाह अधिकारियों को बख्शा नहीं जाएगा। शिकायत मिलने पर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। मुख्यमंत्री ने जो कहा, वह कर भी रहे हैं।
Action on officers of forest department Uttarakhand
हाल में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने वन विभाग के तीन अफसरों के पेंच कसे। मनमानी करने वाले इन विवादित अफसरों को शासन ने खूब सबक सिखाया है। इन अफसरों में एक नाम कॉर्बेट पार्क के निदेशक राहुल कुमार का भी है, जिन्हें अब होम ऑफिस से अटैच कर दिया गया है। वन विभाग के दो और अफसरों के खिलाफ भी निलंबन की कार्रवाई हुई है। जिनमें पीसीसीएफ वाइल्ड लाइफ सुहाग और किशन चंद शामिल हैं। दोनों अफसरों को निलंबित कर दिया गया है। आगे पढ़िए
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इन दोनों अफसरों को लेकर भी तमाम शिकायतें मिल रही थीं। बताया जाता है कि पोखरो रेंज में बिना अनुमति होने वाले निर्माण व अवैध कटान में इन दोनों अफसरों की मिलीभगत सामने आई थी। जिसके बाद मुख्यमंत्री के निर्देश पर दोनों अफसरों को निलंबित कर दिया गया। कार्यवाही की पुष्टि प्रमुख सचिव आरके सुधांशु ने की है। सूत्रों का कहना है कि जिन मामलों की शिकायत शासन को मिली, उनमें से अधिकतर काम पूर्व वन मंत्री हरक सिंह रावत के समय में हुए थे। उस वक्त भी वन विभाग के अफसरों पर जमकर आरोप लगे थे, और कई निजी संगठनों ने शिकायत भी की थी। बहरहाल मुख्यमंत्री ने विवादित अफसरों पर नकेल कसना शुरू कर दिया है। अचानक हुई इस कार्रवाई से वन विभाग में हड़कंप मचा है।