उत्तराखंड देहरादूनHarish Rawat son Anand Rawat posted on social media

‘हरदा’ के बेटे आनंद ने सोशल मीडिया पर लिखा-‘पापा ने मुझे हमेशा येड़ा समझा’

उत्तराखंड के पूर्व सीएम Harish Rawat को अब अपने ही बेटे Anand Rawat से चुनौती मिलने लगी है। उन्होंने social media post किया है।

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Image: Harish Rawat son Anand Rawat posted on social media (Source: Social Media)

देहरादून: दिग्गज कांग्रेस नेता और पूर्व सीएम हरीश रावत के दिन ठीक नहीं चल रहे। विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को मिली करारी हार के बाद वो अपनी ही पार्टी के नेताओं के निशाने पर रहे। कुछ दिन के सन्नाटे के बाद हरीश रावत एक बार फिर सोशल मीडिया पर एक्टिव हुए हैं और सरकार और अपने विरोधियों पर जमकर भड़ास निकाल रहे हैं, लेकिन इस बार हरीश रावत को अपने ही बेटे से चुनौती मिलने लगी है।

Harish Rawat son Anand Rawat social media post

दरअसल उनके बेटे आनंद रावत ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट किया है, जिसमें उन्होंने कांग्रेस और बीजेपी के बड़े नेताओं के साथ अपने पिता हरीश रावत पर भी तंज कसा है। आनंद रावत लिखते हैं कि ‘मेरे पिता मेरे चिंतन और विचारों से परेशान रहते हैं, शायद उन्होंने हमेशा मेरी बातें एक नेता की दृष्टि से सुनी और मुझे येड़ा समझा।’ आनंद रावत यूथ कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष रह चुके हैं। प्रदेश में बेरोजगारी पर अक्सर अपनी चिंता जाहिर करते रहते हैं। उन्होंने इसके लिए हरीश रावत समेत कांग्रेस और बीजेपी के कई नेताओं पर निशाना साधा है। उन्होंने राज्य के युवाओं के लिए स्किल और कम्युनिकेशन को सफलता के लिए जरूरी बताया। साथ ही आईटीआई और पॉलिटेक्निक करने वाले युवाओं के लिए बेहतर संभावनाएं तलाशने का सुझाव दिया है। आगे पढ़िए

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आनंद लिखते हैं कि हमारे नेताओं ने प्रदेश में 72 पॉलिटेक्निक और 48 आईटीआई खोले हैं। इन संस्थाओं से हर साल 20 हजार स्किल्ड युवा नौकरी के लिए तैयार हो रहे हैं, लेकिन सिडकुल में अनुभवी पॉलिटेक्निक पास युवा को प्रतिमाह 12,974 रुपये और अनुभवी आईटीआई पास युवा को प्रतिमाह 10,340 रुपये ही मिलते है। जबकि केरल में दक्ष कारीगर के लिए न्यूनतम आय 22 हजार है। कनाडा में स्किल्ड युवा मतलब पॉलिटेक्निक व आईटीआई पास युवा साल के 46,800 डॉलर कमाता है। जापान, ताइवान व खाड़ी देशों में भी स्थिति बेहतर है। आनंद आगे लिखते हैं कि ‘अब फिर सवाल यह है कि रोजगार के यह अवसर उपलब्ध कौन कराएगा? आपके नेता अपने समर्थकों को उनके जन्मदिन पर बधाई या किसी परिचित के शोक संदेश वाले पोस्ट में व्यस्त हैं और आप लोग उनके क्रियाकलापों से खुश हैं। हरीश रावत हों या फिर किशोर उपाध्याय या फिर युवा नेता विनोद कंडारी, सुमित हृदयेश, ऋतु खंडूड़ी इन सबके फेसबुक पर आपको यही पोस्ट दिखेगी, लेकिन राज्य चिंतन पर कुछ नहीं मिलेगा। आनंद रावत की इस पोस्ट पर लोग तरह-तरह की प्रतिक्रिया दे रहे हैं। लोगों को बेटे के सवालों पर हरीश रावत के जवाब का भी इंतजार है। कुल मिलाकर उत्तराखंड के पूर्व सीएम Harish Rawat को अब अपने ही बेटे Anand Rawat से चुनौती मिलने लगी है। उनके social media post के सब मजे ले रहे हैं।