हरिद्वार: हरिद्वार में हर बरसात के सीजन में सड़कों पर जलभराव होने से लोगों को बड़ी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। बरसात होने से सड़कें जलमग्न हो जाती हैं और लोगों को आवाजाही में भी काफी परेशानी होती है।
Drainage plan will be made in Haridwar
इसी के एक परमानेंट सल्यूशन के तौर पर सिंचाई विभाग ने शहर में जलभराव की समस्या को दूर करने 493 करोड़ रुपये का ड्रेनेज प्लान तैयार किया है। ड्रेनेज प्लान के लिए शहर को पांच जोन में बांटा गया है। दावा है कि यदि इस प्लान के मुताबिक कार्य होता है तो शहर में जलभराव की समस्या से निजात मिलेगी। दरअसलनगर निगम रुड़की के सभाकक्ष में मंगलवार को ड्रेनेज प्लान को लेकर एक बैठक बुलाई गई। महापौर गौरव गोयल ने बताया कि शहर में जलभराव एक बड़ी समस्या है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से भी वार्ता की गई थी। मुख्यमंत्री ने समस्या के स्थायी समाधान का आश्वासन दिया। इसी के बाद विभाग ने जल भराव की समस्या से छुटकारा पाने को लेकर एक ड्रेनेज प्लान तैयार किया है। नगर निगम के महापौर की अध्यक्षता में हुई बैठक में ड्रेनेज प्लान को प्रोजेक्टर के माध्यम से दिखाया गया।
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सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता पीएल नौटियाल ने बताया कि शहर को जलभराव की समस्या को दूर करने के लिए निगम क्षेत्र को पांच जोन में बांटा गया है। उन्होंने प्रोजेक्टर के माध्यम से पूरे ड्रेनेज प्लान को बताया। उन्होंने बताया कि इस पर प्रोजेक्ट पर करीब 493 करोड़ रुपये खर्च होंगे। प्रोजेक्ट में यह भी बताया गया कि पानी किस प्रकार से और कहां से होते हुए निकलेगा।प्रथम जोन में आवास विकास, अंबर तालाब, सती मोहल्ला, मच्छी मोहल्ला, चंद्रपुरी, बीटी गंज को शामिल किया गया है। द्वितीय जोन में कृष्णा नगर, आजाद नगर, शिवपुरम, शफीपुर, गणेशपुर, प्रीत विहार। तथा तृतीय जोन में पठानपुरा, भंगेड़ी, खंजरपुर, टोडा कल्याणपुर, जलालपुर और दुर्गा कालोनी को शामिल किया गया है। बचे हुए दो अन्य जोन में बाकी क्षेत्रों को बांटने का कार्य अभी चल रहा है।