देहरादून: प्रदेश के आईएएस अधिकारी रामविलास यादव पर विजिलेंस का शिकंजा कसता जा रहा है।
Raid on the premises of IAS Ram Vilas Yadav
रामविलास यादव पर आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने समेत भ्रष्टाचार के आरोप हैं। उत्तराखंड विजिलेंस की टीम ने इस मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए आईएएस रामविलास यादव के ठिकानों पर छापेमारी शुरू कर दी है। विजिलेंस की टीम रामविलास यादव के लखनऊ और देहरादून स्थित सात ठिकानों पर एक साथ छापेमारी कर रही है। आईएएस रामविलास यादव के खिलाफ 19 अप्रैल को मुकदमा दर्ज किया गया था। उन पर आय से 500 प्रतिशत अधिक संपत्ति अर्जित करने का आरोप है। यहां आपको आईएएस रामविलास यादव के बारे में और बातें भी जाननी चाहिए। आईएएस रामविलास यादव 2019 में यूपी से उत्तराखंड आए थे। यहां उन पर कई गंभीर आरोप लगे। आगे पढ़िए
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शासन ने मामले को गंभीरता से लेते हुए नौ जनवरी 2019 को उनके खिलाफ विजिलेंस में खुली जांच के आदेश दिए थे। जांच के दौरान विजिलेंस टीम ने आईएएस यादव को पूछताछ के लिए बुलाना चाहा, लेकिन वह उपस्थित नहीं हुए। यही नहीं आईएएस का पक्ष जानने के लिए शासन ने तीन सदस्यीय हाईपावर कमेटी भी बनाई थी, लेकिन यादव ने उसे भी गुमराह किया। आईएएस रामविलास यादव 30 जून को रिटायर होने वाले हैं, लेकिन उनके रिटायरमेंट से पहले ही विजिलेंस ने उनके खिलाफ बड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है। विजिलेंस की टीम आईएएस अधिकारी के लखनऊ और देहरादून स्थित अलग-अलग ठिकानों पर छापेमारी कर सबूत जुटा रही है।