देहरादून: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आज अपना जन्मदिन मना रहे हैं। 45 वर्ष की आयु में उन्हें उत्तराखंड का सबसे युवा मुख्यमंत्री बनने का गौरव हासिल हुआ।
CM Pushkar Singh Dhami Birthday and life story
जन्मदिन के मौके पर मुख्यमंत्री धामी परिवार सहित टपकेश्वर महादेव मंदिर पहुंचे और भगवान शिव का जलाभिषेक किया। इस दौरान उन्होंने राज्य और देश के विकास के लिए प्रार्थना की। युवाओं को प्रभावित करने वाले पुष्कर सिंह धामी बेहद साधारण व्यक्तित्व वाले नेता हैं। उनका जन्म 16 सितंबर 1975 को पिथौरागढ़ के हड़खोला, कनालीछीना में बेहद साधारण परिवार में हुआ। उनके पिता भारतीय सेना में थे। बचपन में पुष्कर सिंह धामी साइकिल पर स्कूल जाते थे, और उन्हें क्लास मॉनीटर बनने का बहुत शौक हुआ करता था। आज वही पुष्कर सिंह धामी पूरे प्रदेश की बागडोर संभाल रहे हैं। पुष्कर सिंह धामी के साथ पढ़ाई करने वाले उनके साथी मनोज सिंह राणा बताते हैं कि वह बचपन से ही मेहनती थे। हाईस्कूल से आगे की पढ़ाई उन्होंने खटीमा के थारू राजकीय इंटर कॉलेज से की है। खाने में उन्हें उत्तराखंड का पारंपरिक पहाड़ी भोजन पसंद है। धामी में बचपन से ही टीम भावना थी। वह सबको साथ लेकर चलते थे। वह बेहद शांत स्वभाव के थे, इसी कारण कॉलेज में उनका कभी किसी से झगड़ा नहीं हुआ। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के पिता का नाम स्वर्गीय शेर सिंह धामी है, वो पूर्व सैनिक थे। उनकी माता का नाम बिशना देवी है। सीएम धामी की पत्नी का नाम गीता धामी है, और उनके दो बेटे हैं। जिनके नाम क्रमश: दिवाकर और प्रभाकर हैं। वर्तमान में वह अपने परिवार के साथ खटीमा में रहते हैं। जन्मदिन के मौके पर उन्हें खूब बधाईयां मिल रही हैं। मुख्यमंत्री ने अपने जन्म दिवस के अवसर पर प्रदेश की जनता के आशीर्वाद के लिए आभार व्यक्त किया। आगे पढ़िए
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Pushkar Singh Dhami Educational Qualification
लखनऊ विश्वविद्यालय से पीजी डिप्लोमा (मानव संसाधन प्रबंधन और औद्योगिक संबंध) किया।
बीए, एलएलबी एवं डीपीए (डिप्लोमा इन पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन) भी किया।
Pushkar Singh Dhami Political Experience
आरएसएस के संघ शिक्षा वर्ग प्रशिक्षित स्वयंसेवक बने
दो वर्ष लखनऊ विश्वविद्यालय से प्रांतीय स्तर तक दायित्वधारी कार्यकर्ता रहे
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद में 10 साल तक कार्य किया।
लगातार दो बार 2002 से 2008 तक भारतीय जनता युवा मोर्चा के उत्तराखंड प्रदेश अध्यक्ष रहे।
2001 से 2002 तक उत्तराखंड मुख्यमंत्री विशेष कार्याधिकारी रहे।
2010-2012 तक शहरी अनुश्रवण समिति, उत्तराखंड शासन उपाध्यक्ष रहे और राज्यमंत्री दर्जा मिला
2012-2017 तक खटीमा विधायक रहे।
2017-2022 तक खटीमा विधायक रहे
2016 से 2021 तक उत्तराखंड बीजेपी प्रदेश उपाध्यक्ष रहे।
4 जुलाई 2021 से 11 मार्च 2022 तक उत्तराखंड के मुख्यमंत्री रहे व 11 मार्च 2022 को इस्तीफा दे दिया।
21 मार्च 2022 को बीजेपी के नवनिर्वाचित विधायक दल के नेता चुने गए और दोबारा उत्तराखंड के मुख्यमंत्री बने।