उत्तराखंड देहरादूनUttarakhand assembly back door recruitment case 228 appointments canceled

उत्तराखंड विधानसभा में भर्ती घोटाले पर चला हंटर, 228 नियुक्तियां निरस्त…सचिव निलंबित

उत्तराखंड विधानसभा की स्पीकर ऋतु खंडूरी ने आखिरकार बड़ा फैसला लेते हुए 228 नियुक्तियां निरस्त कर दी हैं।

Uttarakhand assembly recruitment cancel: Uttarakhand assembly back door recruitment case 228 appointments canceled
Image: Uttarakhand assembly back door recruitment case 228 appointments canceled (Source: Social Media)

देहरादून: एक बड़ी खबर है। विधानसभा में बैकडोर भर्तियों के नाम पर अपने चहेतों को सरकारी नौकरी के चले आ रहे धंधे पर स्पीकर ऋतु खंडूरी ने करारा प्रहार कर दिया है।

Speaker Ritu Khanduri big decisions

स्पीकर ऋतु खंडूरी ने आज 2016 के बाद तदर्थवाद के नाम पर अपनों को विधानसभा में बैकडोर से भर्ती करने के स्पीकर रहते गोविंद सिंह कुंजवाल और प्रेमचंद अग्रवाल जैसे नेताओं को बेनकाब कर दिया है। जाहिर है कि उत्तराखंड में स्पीकर की शक्तियों के नाम पर नौकरियों काली लूट होती रही है। स्पीकर ने एक्सपर्ट कमेटी की रिपोर्ट में पाया कि बैकडोर भर्तियों में न समान अवसर के सिद्धांत का पालन किया गया और न ही किसी तरह का विज्ञापन आदि सार्वजनिक किया गया। कुल मिलाकर बात ये है कि किसी को नौकरी के लिए आवेदन करने का मौका ही नहीं दिया गया। उपनल के तहत की गई 32 भर्तियों को भी अवैध पाकर निरस्त कर दिया गया। स्पीकर ऋतु खंडूरी भूषण ने विधानसभा के सचिव मुकेश सिंघल को भी दोषी मानते हुए निलंबित कर दिया है।

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स्पीकर ऋतु खंडूरी ने कहा कि 2016 की 150 भर्तियां और 2020 तक की 6 भर्तियां तथा 2021 तक की 72 भर्ती निरस्त की जाती हैं।इन नियुक्तियों के लिए ना परीक्षा आयोजित की गई और ना ही किसी तरह की विज्ञप्ति ही जारी की गई। दरअसल मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ही स्पीकर ऋतु खंडूरी भूषण से कमेटी बनाकर बैकडोर भर्ती कांड की जांच और एक्शन का अनुरोध किया था। गुरुवार को भी सीएम धामी ने कहा था कि गलत तरीके से की गई विधानसभा बैकडोर भर्तियों पर एक्शन होना चाहिए। आज स्पीकर ने बड़ा एक्शन कर दिया है। सवाल है कि जर्मनी में सैर सपाटा कर रहे मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल अब मंत्री पद से इस्तीफा देंगे या फिर ये एक्शन भी उन पर ऊपर वाले ही करेंगे? बड़ा सवाल विपक्ष की मुख्य पार्टी कांग्रेस के समक्ष भी है की क्या कुमाऊं के तथाकथित गांधी कहे जाने वाले गोविंद सिंह कुंजवाल के किए की माफी मांग उनको कांग्रेस से बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा? उम्मीद की जाए कि राहुल प्रियंका गांधी इस मुद्दे पर प्रदेश नेतृत्व से सवाल करेंगे?