देहरादून: अंकिता हत्याकांड को लेकर उत्तराखंडवासियों में आक्रोश है। देशभर से अंकिता के लिए इंसाफ की मांग की जा रही है। लोग दोषियों को फांसी की सजा देने की मांग कर रहे हैं।
CM Dhami statement on Ankita Bhandari murder case
लगातार जारी विरोध-प्रदर्शन के बीच रविवार को अलकनंदा नदी तट पर आईटीआई के पास श्मशान घाट पर अंकिता का अंतिम संस्कार किया गया। अंकिता को मुखाग्नि उसके भाई ने दी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दिवंगत अंकिता भंडारी को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि दुख की इस घड़ी में सरकार उनके शोक संतप्त परिजनों के साथ है। मुख्यमंत्री ने परिवारजनों द्वारा सहयोग किये जाने पर उनका आभार भी व्यक्त किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि आर्थिक सहायता सहित हर प्रकार की सहायता के लिए राज्य सरकार सदैव बिटिया अंकिता के परिवार के साथ है। इस घटना के लिए जिम्मेदार दोषी लोगों को बिल्कुल भी नहीं बख्शा जाएगा। उन्होंने कहा हमारी बेटी अंकिता भण्डारी पर हुए इस जघन्य अपराध की त्वरित एवम् निष्पक्ष जांच कर दोषियों पर कठोरतम कार्रवाई करेगी जो इस प्रकार के घृणित कार्य को करने वाले अपराधियों के लिए एक नजीर साबित होगा।
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मुख्यमंत्री ने कहा कि इस प्रकरण की तेजी से जांच करने के लिए एसआईटी का गठन किया जा चुका है तथा इस मामले में संलिप्त दोषी लोगों को शीघ्रता से सजा मिले, इसके लिए फास्ट ट्रैक कोर्ट के माध्यम से कार्यवाही की जाएगी। दोषियों को सख्त और जल्द से जल्द सजा दिलाने के लिए सरकार संकल्पबद्ध है। बता दें कि वनंत्रा रिजार्ट में रिसेप्शनिस्ट का काम करने वाली पौड़ी गढ़वाल के नांदलस्यूं पट्टी के श्रीकोट गांव निवासी अंकिता भंडारी 18 सितंबर को संदिग्ध परिस्थितियों में गायब हो गई थी। एसडीआरएफ ने शनिवार की सुबह अंकिता भंडारी का शव ऋषिकेश की चीला नहर से बरामद किया। पुलिस ने अंकिता की हत्या के मामले में तीन आरोपियों रिजॉर्ट मालिक पुलकित आर्य, प्रबंधक सौरभ भास्कर और सहायक प्रबंधक अंकित गुप्ता को गिरफ्तार किया है।