उत्तराखंड रुद्रप्रयागRudraprayag Amardeep won two gold medals in national level

रुद्रप्रयाग के अमरदीप ने गजब कर दिया, वॉक रेस में नेशनल लेवल पर जीते दो गोल्ड मेडल

रुद्रप्रयाग जिले के अमरदीप ने दिल्ली में बजाया जीत का डंका, जीते दो गोल्ड मेडल्स..आप भी अमरदीप को बधाई दीजिए

Rudraprayag amardeep gold medal : Rudraprayag Amardeep won two gold medals in national level
Image: Rudraprayag Amardeep won two gold medals in national level (Source: Social Media)

रुद्रप्रयाग: रुद्रप्रयाग जिले के कांदी - जाबरी निवासी अमरदीप ने गोल्ड मेडल जीतकर प्रदेश के साथ ही जिले का नाम रोशन किया है।

Rudraprayag Amardeep won two gold medals in national level

दिल्ली में आयोजित हुई नेशनल गेम्स में उन्होंने 5 और 10 किमी दौड़ लगाकर गोल्ड मेडल हासिल किया है। उनकी जीत पर जिले की जनता ने उन्हें ढेर सारी बधाई देते हुए आगामी भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी हैं। बता दें कि जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम नई दिल्ली में 26 से 28 मई तक आयोजित 8 नेशनल गेम्स में रुद्रप्रयाग जिले के कांदी जाबरी निवासी अमरदीप ने 5 और 10 किमी दौड़ में दो गोल्ड मेडल जीतकर उत्तराखण्ड के साथ ही जिला और क्षेत्र का नाम रोशन किया है। कांदी जाबरी निवासी अमरदीप अब तक ग्रामीण स्तर से लेकर इंटरनेशनल स्तर तक 6 गोल्ड मेडल, 4 सिल्वर और 2 ब्रॉन्ज मेडल जीत चुके हैं। कुछ दिन पहले ही उन्होंने इंडो नेपाल चैंपियनशिप में 10 किमी दौड़ में गोल्ड मेडल हासिल किया। तब उन्होंने नेपाल का 10 किमी का रिकॉर्ड भी तोड़ दिया। आगे पढ़िए

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आप यह जानकर आश्चर्यचकित रह जाएंगे अमरदीप ने मात्र 31 मिनट 10 सेकेंड में यह रेस पूरी की थी। अब उन्होंने नई दिल्ली में आयोजित नेशनल गेम्स में दो गोल्ड मेडल जीते हैं। वहीं अमरजीत ने अपनी समस्या मीडिया के सामने रखते हुए कहा कि उत्तराखंड के ग्रामीण क्षेत्रों में कई बच्चे ऐसे हैं जो कि खेलकूद के क्षेत्र में काफी आगे जा सकते हैं और राज्य का नाम ऊंचा कर सकते हैं मगर सरकार ऐसे बच्चों की तरफ ध्यान नहीं दे रही है और ना ही उनको किसी भी तरह से आर्थिक रूप से सहयोग कर रही है। अमरजीत ने कहा कि उत्तराखंड को इतने सारे मेडल दिलाने के बावजूद भी उनको आज तक एक भी रुपए की आर्थिक मदद नहीं की गई है।।उन्होंने सीएम से अपील की है कि उनको और उनके जैसे तमाम खिलाड़ियों को राज्य की तरफ से पारिश्रमिक अवश्य दिया जाए ताकि वे भी मन लगाकर और पूरी लगन से देवभूमि के लिए मेडल लाते रहें और देवभूमि का नाम ऊंचा करते रहें।