रुद्रप्रयाग: उत्तराखंड के प्रतिभाशाली युवा मेहनत करने से कभी नहीं घबराते। परिस्थितियों से घबराकर उन्होंने भागना नहीं सीखा। बल्कि पहाड़ों पर रहकर उन्होंने खुद को इतना मजबूत बना दिया कि कड़ी से कड़ी चुनौतियों को भी वे हंसते-हंसते पार कर लेते हैं।
Kalimath Sakshi Rana Got All India 58 Rank in CSIR Exam
एकेडमिक्स की बात करें तो पढ़ाई लिखाई में भी पहाड़ी क्षेत्रों के युवा लगातार अपने-अपने जिलों का नाम रोशन कर रहे हैं। उन्होंने कभी भी उत्तराखंड की चरमराती हुई शिक्षा व्यवस्था को सफलता के आड़े नहीं आने दिया और आज उनकी मेहनत का बोला बाला पूरे देवभूमि में गूंज रहा है। राज्य समीक्षा आपको समय-समय पर ऐसे प्रतिभाशाली और महत्वकांक्षी युवाओं से परिचय करवाता रहता है। आज हम आपको उत्तराखंड की एक और कामयाबी की मिसाल पेश करती बेटी से मिलवाने जा रहे हैं जिन्होंने यह साबित कर दिया है कि सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं होता बल्कि वह वाकई में खुद को पूरी तरह समर्पण के आग में झोंक कर ही प्राप्त की जाती है। हम बात कर रहे हैं रुद्रप्रयाग जिले के कालीमठ की निवासी साक्षी राणा की। साक्षी राणा ने सीएसआईआर यानी कि काउंसिल आफ साइंटिफिक एंड इंडस्ट्रियल रिसर्च में ऑल इंडिया 58 अंक प्राप्त की है। आगे पढ़िए
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साक्षी ने रसायन विज्ञान यानी कि केमिस्ट्री में अनुदान आयोग परीक्षा के तहत ऑल ओवर इंडिया में 58 रैंक लाकर अपने पूरे जिले और गांव का नाम रोशन किया है। दरअसल वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसंधान परिषद यानी कि काउंसिल आफ साइंटिफिक एंड इंडस्ट्रियल रिसर्च भारत का सबसे बड़ा अनुसंधान एवं विकास संगठन है और यह एक अखिल भारतीय संस्थान है जिसके तहत 37 राष्ट्रीय प्रयोगशाला 29 दूरस्थ केंद्र एवं 5 इकाइयों का क्षत्रिय नेटवर्क शामिल है। इसका मुख्यालय नई दिल्ली में है। इसकी स्थापना सितंबर 1942 में की गई थी। सीएसआईआर अपने दायरे में रेडियो एवं अंतरिक्ष, भौतिकी समुद्र विज्ञान, भू भौतिकी, रसायन विज्ञान, ड्रग्स, जिनोमिक्स जैव प्रौद्योगिकी और नैनोटेक्नोलॉजी से लेकर खनन उपकरण, विज्ञान पर्यावरण, अभियांत्रिकी और सूचना प्रौद्योगिकी की एक विस्तृत विशेष श्रृंखला को शामिल करता है। कुल मिलाकर यह एक बेहद रेप्युटेड संस्थान है, जिस में प्रवेश पाना अपने आप में ही एक बड़ी उपलब्धि है और साक्षी राणा ने कम से कम संसाधनों में पढ़ाई कर यह बड़ी उपलब्धि अपने नाम की है और पूरे देवभूमि का नाम रोशन किया है। बता दें कि साक्षी ने इसी वर्ष फरवरी में गेट की परीक्षा भी अच्छे अंकों के साथ पास की है और ग्राम कालीमठ से केमिस्ट्री विषय में उत्तीर्ण करने वाली साक्षी पहली बालिका हैं। उनके पिता श्री राजेंद्र राणा श्री कृष्ण संग्रहालय कुरुक्षेत्र से संग्रहालय अध्यक्ष पद से सेवानिवृत्त हैं और उनकी माता गृहणी हैं। सीएसआईआर में उनके सिलेक्शन के बाद से ही उनके पूरे गांव में खुशी का माहौल छा गया है और उनके पास शुभकामनाओं का तांता लग रखा है।