रुद्रप्रयाग: कुछ दिन पहले बदरीनाथ हाईवे पर एक बेहद दर्दनाक सड़क हादसा हो गया थे जिसमें 15 तीर्थयात्रियों ने अपनी जान गँवा दी, जिसके बाद पुलिस व प्रशासन सतर्क हो गए हैं और यात्रियों को सुरक्षा व्यवस्था को प्रभावी बनाने के लिए यह निर्णय लिया गया है हालांकि स्थानीय वाहन संचालकों पर यह प्रतिबंध लागू नहीं होगा।
Vehicles Will Not Run On Three Highway From 9 Pm To 4
चारधाम यात्रा में इस समय काफी ज्यादा श्रद्धालु दर्शन के लिए आ रहे हैं जिसके चलते सड़कों पर भी यातायात में दबाव देखने को मिल रहा है। पिछले दिनों बदरीनाथ हाईवे पर एक यात्रियों भरा टेंपो-ट्रैवलर अलकनंदा नदी में समा गया था, जिसमें मौके पर 15 लोगों की मौत हो गई थी और 11 लोग घायल हो गए थे। इस तरह की ह्रदय विदारक घटनाओं के सामने आने से सरकार ने यात्रियों के वाहनों के लिए कुछ बदलाव किए हैं जिनमें ऋषिकेश-बदरीनाथ, रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड और कुंड-ऊखीमठ-चोपता-मंडल-गोपेश्वर हाईवे पर रात 9 बजे से सुबह 4 बजे तक यात्री व पर्यटक वाहनों के संचालन पर रोक लगा दी गई जबकि स्थानीय वाहनों पर यह नियम लागू नहीं होगा।
सभी बैरियर पर सीसीटीवी कैमरे मौजूद
मानसून का सीजन भी शुरू हो गया है इसलिए खतरा और बढ़ जाता है, इन सुरक्षा पहलुओं को ध्यान में रखते हुए तीनों राष्ट्रीय राजमार्गों पर यात्री व पर्यटक वाहनों के संचालन की समय तय की गई है। पुलिस सभी बैरियर पर सीसीटीवी कैमरे भी लगा रही है ताकि व्यवस्था की बेहतर मॉनिटरिंग हो सके। रात्रि में स्थानीय वाहनों के संचालन की अनुमति दी गई है, लेकिन संबंधित संचालकों से पूरी जानकारी ली जाएगी।