देहरादून: एक तरफ कोलकाता में महिला चिकित्सक से घिनौना काम और हत्या के बाद उनकी लाश पर बेशर्म राजनीति जारी है। देहरादून के अंतरराज्यीय बस अड्डे पर उत्तरप्रदेश परिवहन की बताई जा रही खड़ी बस में 16 वर्षीय नाबालिग से सामूहिक दुष्कर्म का मामला सामने आया है। ये घटना 12 और 13 अगस्त की रात की बताई जा रही है। चाइल्ड बेलफेयर कमेटी ने बदहवास स्थिति में नाबालिग को देहरादून आइएसबीटी से रेस्क्यू किया है।
Humanity ashamed: Minor gang-raped in Dehradun ISBT
रिपोर्ट के मुताबिक, पंजाब निवासी युवती, जो मानसिक रूप से अस्वस्थ बताई जा रही है, पंजाब से दिल्ली पहुंची और वहां से मुरादाबाद। इसके बाद परिवहन निगम की बस से देहरादून पहुंची थी। चाइल्ड बेलफेयर कमेटी ने जब बच्ची की काउंसलिंग की तो तब घटना का पता चल सका। किशोरी ने चाइल्ड बेलफेयर कमेटी को बताया कि जिस बस में उसके साथ 4 लोगों द्वारा घिनौना काम किया गया वो बस लाल रंग की थी। आपको पता ही होगा कि देहरादून ISBT पर लाल रंग की परिवहन निगम की बसें उत्तरप्रदेश परिवहन की ही होती हैं। कल, शनिवार शाम चाइल्ड वेलफेयर कमेटी ने देहरादून ISBT पुलिस चौकी में रिपोर्ट दर्ज कराई है। पुलिस ने दो लोगों को हिरासत में लिया है और चार लोगों पर सामूहिक दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज किया है। आज रविवार को युवती का मेडिकल कराया जाएगा।
पूछताछ करने पर बिलख पड़ी नाबालिग
देहरादून में चाइल्ड वेलफेयर कमेटी की सदस्य प्रीति थपलियाल ने प्रेस को इस बाबत पूरी जानकारी दी, उन्होंने बताया कि 13 अगस्त की शाम आइएसबीटी के बाहर हेल्पलाइन की टीम ने एक युवती को बदहवास हालात में देखा। युवती से पूछताछ की तो वो जोर-जोर से बिलख कर रोने लगी, इसके बाद युवती ने आपबीती सुनाई तो चाइल्ड वेलफेयर कमेटी के सदस्यों की भी आँखें भर आईं। युवती ने बताया कि उसके साथ 4 लोगों ने हैवानियत की है। नाबालिग ने बताया कि वो पंजाब की रहने वाली है और 16 साल की है। उसके माता-पिता का देहांत हुए काफी समय हो गया है और नाबालिग इससे पहले अपनी बहन व जीजा के साथ रह रही थी।
जीजा और बहन ने घर से निकाला.. नाबालिग ने सुनाई आपबीती
दिमागी रूप से परेशान और अस्वस्थ नाबालिग को कलयुगी बहन और जीजा ने 11 अगस्त को अपने घर से निकाल दिया। मानसिक रूप से अस्वस्थ परेशान और लावारिस भटकती नाबालिग इसके बाद बस से दिल्ली पहुंची। दिल्ली बसअड्डे से मुरादाबाद की बस में बैठी और वहां से 12 अगस्त की शाम देहरादून जाने वाली बस दिखी तो उसमें बैठ गई। रात करीब ढाई बजे बस देहरादून पहुंची। जब बस ISBT के भीतर पंहुची तो सभी लोग उतर गए परन्तु डरी-सहमी नाबालिग बस में ही बैठी रही। उस समय उसके अलावा केवल 2 लोग, (ज़ाहिर है चालक और परिचालक) बस में थे। नाबालिग ने बताया कि कुछ देर बाद 2 और लोग बस में आ गए। इसके बाद उन चारों लोगों ने उसके साथ दुष्कर्म किया। इसके बाद उसे सुबह गाड़ी से बाहर फेंक दिया गया। देहरादून के एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि टीम किशोरी को बालिका निकेतन ले गई जहां चाइल्ड वेलफेयर कमेटी ने चार दिन काउंसलिंग करने के बाद अब पुलिस को सूचना दी है। अब आइएसबीटी में लगे सीसीटीवी कैमरे खंगाले जा रहे है। आप सभी के साथ ही राज्य समीक्षा को भी उम्मीद है कि उत्तराखंड पुलिस जल्द ही समाज के इन दरिंदे राक्षसों को पकड़ कर कड़ी सजा देगी।