उत्तराखंड श्रीनगर गढ़वालMonkey terror in Government Medical College Srinagar Garhwal

Uttarakhand News: गढ़वाल के मेडिकल कॉलेज में बंदर बने आफत, बुलाई गई वन विभाग की रेस्क्यू टीम

राजकीय मेडिकल कॉलेज श्रीनगर गढ़वाल के कैंपस में अत्यधिक संख्या में बंदर रह रहे हैं। उन्होंने पूरे कैम्पस में आतंक फैलाया हुआ है। इनसे छुटकारा पाने के लिए प्रशासन ने वन विभाग की टीम को शिकायत पत्र भेजा।

Monkey terror in Medical College: Monkey terror in Government Medical College Srinagar Garhwal
Image: Monkey terror in Government Medical College Srinagar Garhwal (Source: Social Media)

श्रीनगर गढ़वाल: इन दिनों बंदरों का आतंक हर जगह फैला हुआ है। बन्दर हर फसलों को नष्ट कर रहे हैं। बंदरों के आतंक के कारण आप जनता परेशान हो रखी है। बदरों के इसी आतंक से परेशान होकर राजकीय मेडिकल कॉलेज श्रीनगर गढ़वाल के प्रशासन ने वन विभाग व स्थानीय प्रशासन को शिकायत पत्र भेजा। जिसके बाद वन विभाग की टीम ने कॉलेज कैंपस में बंदरों को पकड़ने का अभियान शुरू किया है।

Monkey terror in Government Medical College Srinagar Garhwal

मेडिकल प्रशासन ने अपने स्तर पर बंदरों के आतंक को कम करने के पूरे प्रयास किए। मेडिकल कॉलेज ने इस बात का विशेष नियम बनाया कि मैस कर्मी, कॉलेज के स्टाफ और छात्र-छात्राएं भोजन को कॉलेज प्रागण में इधर-उधर ना बिखेरे। बंदरों को भगाने के लिए कॉलेज गार्ड के पास गुलेल भी दी गई, लेकिन इस सब प्रयासों का कोई भी फायदा नहीं हुआ। कॉलेज प्रशासन ने थक-हारकर लास्ट में वन विभाग की टीम को बुलाना ही सही समझा। इसके लिए राजकीय मेडिकल कॉलेज श्रीनगर गढ़वाल के प्रशासन ने वन विभाग और स्थानीय प्रशासन को शिकायत पत्र भेजा। कॉलेज प्रशासन से शिकायत पत्र मिलने पर वन विभाग ने आज रविवार 13 अक्टूबर को वन विभाग की टीम को राजकीय मेडिकल कॉलेज श्रीनगर गढ़वाल में भेजा। टीम ने आज ही कॉलेज में पहुंचकर बंदरों को पकड़ने का अभियान शुरु किया। वन विभाग की टीम ने आज अभियान शुरू होने के पहले ही दिन 15 से अधिक बंदरों को पकड़ा। वन विभाग की टीम बंदरों को पकड़ने के लगभग एक सप्ताह तक अभियान जारी रखेगी।
आपको बता दें कि राजकीय मेडिकल कॉलेज श्रीनगर गढ़वाल के कैंपस में अत्यधिक संख्या में बंदर रह रहे थे। उन्होंने पूरे कैम्पस में आतंक फैलाया हुआ है। हर जगह गंदगी फैला रहे हैं। बंदरों को भागने पर वे छात्र-छात्राओं और स्टाफ को काटने आ जाते हैं। इसके साथ ही बंदर संस्थान को अत्यधिक क्षति पहुंचा रहे थे। पानी की पाइप लाइनें एवं टंकियों को तोड़ रहे थे और लैबों में घुसकर नुकसान पहुंचा रहे थे। यही नहीं क्लास रूम खुले रहने पर अंदर घुस कर वहां तोड़-फोड़ मचा रहे थे। विभागों में घुसकर विभागीय सामग्री को नुकसान पहुंचा रहे थे। बंदरों के इस आतंक से छुटकारा पाने के लिए अब वन विभाग की टीम ने आज से कैम्पस में बंदरों को पकडने का अभियान शुरू कर दिया है, जो की कि पूरे एक हफ्ते तक चलेगा।