उत्तराखंड देहरादूनWorld Ayurveda Congress Organized For The First Time in Uttarakhand

उत्तराखंड में पहली बार ‘विश्व आयुर्वेद कांग्रेस’ का आयोजन, शामिल होंगे 54 देशों के प्रतिनिधि

उत्तराखंड में 10वीं विश्व आयुर्वेद कांग्रेस और आरोग्य एक्सपो की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं। इस आयोजन में उद्यमियों के लिए बायर-सेलर मीट भी आयोजित की जाएगी।

World Ayurveda Congress: World Ayurveda Congress Organized For The First Time in Uttarakhand
Image: World Ayurveda Congress Organized For The First Time in Uttarakhand (Source: Social Media)

देहरादून: राज्य में 12 से 15 दिसंबर 2024 तक चार दिवसीय 10वीं विश्व आयुर्वेद कांग्रेस और आरोग्य एक्सपो का आयोजन किया जाएगा। देहरादून के परेड ग्राउंड में होने वाले इस सम्मेलन की तैयारियों में आयुष विभाग के साथ-साथ अन्य कई विभाग भी शामिल हैं।

World Ayurveda Congress Organized For The First Time in Uttarakhand

उत्तराखंड में 10वीं विश्व आयुर्वेद कांग्रेस एंड आरोग्य एक्सपो का आयोजन 12 से 15 दिसंबर 2024 तक होना है। सम्मेलन की तैयारियां अंतिम चरण में हैं, और इसमें भाग लेने वाले प्रतिनिधियों की संख्या बढ़ती जा रही है। इस बार सम्मेलन में 54 देशों के लगभग सात हजार डेलिगेट्स के शामिल होने की संभावना है। आयुष विभाग सहित कई अन्य विभागों ने इस सम्मेलन की सफलता के लिए पूरी ताकत लगा दी है और विभिन्न स्टॉल्स के माध्यम से आयुर्वेद और चिकित्सा के क्षेत्र में उभरती तकनीकों और जानकारियों को साझा किया जाएगा।

चार दिवसीय आयुर्वेद सम्मेलन में एक लाख लोग होंगे शामिल

इस सम्मेलन में देशभर के आयुष और आयुर्वेद से जुड़े प्रतिनिधियों के अलावा यूरोप, अफ्रीका, एशिया, लैटिन अमेरिका और नॉर्थ ईस्ट एशिया जैसे क्षेत्रों से भी डेलिगेट्स शामिल होंगे। अब तक करीब 6,500 से अधिक डेलिगेट्स ने सम्मेलन में भाग लेने के लिए रजिस्ट्रेशन कराया है। इसके अलावा 200 से अधिक संस्थाओं और उद्योग समूहों ने एग्जीबिशन स्टॉल्स के लिए अपनी बुकिंग करवा ली है। इस चार दिवसीय सम्मेलन में करीब एक लाख लोगों के शामिल होने की संभावना है, जो इसे आयुर्वेद और चिकित्सा क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण वैश्विक मंच बनाएगा।

इन राज्यों में आयोजित हो चुके हैं विश्व आयुर्वेद कांग्रेस

विश्व आयुर्वेद कांग्रेस, वर्ल्ड आयुर्वेद फाउंडेशन का एक प्रमुख मंच है, जिसका मुख्य लक्ष्य आयुर्वेद को वैश्विक स्तर पर फैलाना है। 2002 में कोच्चि (केरल) में पहले सम्मेलन के साथ इसकी शुरुआत हुई थी, जो एक आउटरीच कार्यक्रम के रूप में आयोजित किया गया था। इसके बाद हर दो साल में यह सम्मेलन भारत के विभिन्न राज्यों में आयोजित किया गया है। अब तक पुणे (2006), जयपुर (2008), बैंगलोर (2010), भोपाल (2012), दिल्ली (2014), कोलकाता (2016), और अहमदाबाद (2018) जैसे प्रमुख शहरों में इसका सफल आयोजन हो चुका है।