देहरादून: उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में एक कांट्रेक्ट किलिंग का मामला सामने आया है। देहरादून के 42 वर्षीय प्रॉपर्टी डीलर की एक कांट्रैक्ट किलर ने जूतों के फीते से गला घोट कर हत्या कर दी थी। पुलिस ने जब दो आरोपियों को गिरफ्तार किया तो सुपारी पर हत्या करने और फिर कांट्रैक्ट किलर के पलट जाने की पूरी कहानी सामने आई।
Contract killer double-crossed in property dealer murder
देहरादून के पटेल नगर में पुलिस को एक पूर्व सैन्य कर्मी की लाश मिली, जिसमें हत्यारे ने प्रॉपर्टी डीलर मंजेश का गला घोटने के लिए जूते के फीतों का इस्तेमाल किया था। इसके बाद जब पुलिस ने तफ्तीश की तो पता चला कि जिस आदमी की हत्या हुई है उसने अपने साथी प्रॉपर्टी डीलर की हत्या के लिए एक करोड रुपए की सुपारी दी थी। लेकिन कांट्रैक्ट किलर को मजेश को मारने की ही 10 करोड़ की पेशकश वापस कर दी गई।
करोड़ों की प्रॉपर्टी बनी जान की दुश्मन
मंजेश और साथी संजय सिंह के बीच कई करोड़ की प्रॉपर्टी को लेकर किसी प्रतिद्वंद्विता में था, उसने संजय को खत्म करने के लिए एक पूर्व सैनिक अर्जुन कुमार को एक करोड़ रुपये में काम पर रखा। लेकिन नाटकीय घटनाक्रम में संजय ने मंजेश को मारने के लिए 10 करोड़ रुपये की उल्टी पेशकश कर दी। एक्स आर्मी अर्जुन ने हत्या की सुपारी लेने पर सहमति जताई है। पुलिस ने इस मामले में आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
जूते के फीते से घोंटा गला
मंगलवार को पुलिस ने बताया कि मंजेश देहरादून के पटेल नगर में मृत पाया गया था, मुख्य आरोपी और कॉन्ट्रैक्ट किलर अर्जुन कुमार के एक साथी के किराए के घर में प्रॉपर्टी डीलर का मृत शरीर पाया गया था। वह एक पूर्व सैन्यकर्मी था। पुलिस ने बताया कि हत्यारों ने मंजेश का गला घोंटने के लिए जूते के फीते का इस्तेमाल किया था। हरियाणा के 30 वर्षीय अर्जुन को सोमवार को सोनीपत की एक अदालत के पास से गिरफ्तार किया गया। वह इस दौरान आत्मसमर्पण करने की योजना बना रहा था। वहीं, उसके साथी सचिन को देहरादून से भागने की कोशिश कर रहे आशारोड़ी चेक-पोस्ट के पास से गिरफ्तार किया गया। मंजेश के लंबे समय से बिजनेस पार्टनर 42 वर्षीय संजय और अपराध में शामिल एक अन्य व्यक्ति अफजल मलिक(29) को बाद में गिरफ्तार किया गया।
गिरफ्तार हुए कॉन्ट्रैक्ट किलर
देहरादून एसएसपी अजय सिंह ने मीडिया को बताया कि शुक्रवार रात सचिन के घर पर आयोजित एक पार्टी के दौरान मंजेश की हत्या की योजना बनाई गई थी। मंजेश की हत्या करने के बाद आरोपियों ने उसकी कार की चाबियां और एक सोने की चेन ले ली। गाड़ी को छोड़ दिया क्योंकि उनमें से कोई भी गाड़ी चलाना नहीं जानता था। प्रॉपर्टी डीलर के शव को वहीं छोड़कर भाग गए। आरोपियों को स्थानीय अदालत में पेश किया गया जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है।