रामनगर: शाबाश बेटी ! उत्तराखंड के रामनगर की बेटी ने इतिहास रच दिया है। सीनियर महिला वन डे ट्रॉफी के मैच में नागालैंड के खिलाफ उत्तराखंड महिला टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। उत्तराखंड की टीम ने निर्धारित 50 ओवरों में दो विकेट के नुकसान पर 371 रन बनाए जिसमें नीलम भरद्वाज ने 137 गेंदों में 202 रन बनाकर रिकॉर्ड बना डाला। अपनी धमाकेदार पारी में नीलम ने 2 छक्के और 27 चौके लगाए।
Neelam Bhardwaj Creates history, slams one day double century
नीलम भरद्वाज ने इस शानदार पारी से उत्तराखंड को मजबूत स्कोर तो दिया ही भारतीय महिला क्रिकेट में नया इतिहास भी रच दिया। नीलम ने सीनियर महिला वनडे ट्रॉफी के तहत नागालैंड के खिलाफ नाबाद पारी खेल कर लिस्ट ए क्रिकेट में दोहरा शतक लगाने वाली पहली सबसे कम उम्र वाली भारतीय महिला खिलाड़ी बनने का गौरव प्राप्त किया। नीलम की पारी के बदौलत उत्तराखंड की टीम ने निर्धारित 50 ओवरों में दो विकेट के नुकसान पर 371 रन बनाए। दूसरी ओर नागालैंड की टीम 112 रन बना कर आल आउट हो गई, उत्तराखंड टीम ने 259 रनों से इस मैच में जीत हासिल कर ली।
झुग्गी में बीता बचपन, पिता की असमय मृत्यु
नीलम भारद्वाज का बचपन रामनगर रेलवे स्टेशन के पास में स्थित एक झुग्गी बस्ती में बीता। नीलम भरद्वाज ने 8 साल की उम्र से क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया था। नीलम के घर पर उसके पापा नरेश भारद्वाज अकेले कमाने वाले व्यक्ति थे, और वे दिहाड़ी मजदूरी करते थे। लेकिन 2020 में एक प्लाईवुड फैक्ट्री में हुए एक हादसे के दौरान उनकी मृत्यु हो गई। जिसके बाद नीलम के परिवार की आर्थिक स्थिति बुरी तरह ख़राब हो गई।