उत्तराखंड हल्द्वानीBank manager saved army officer from cyber fraud

Haldwani News: 3 दिन साइबर ठगों ने रखा डिजिटल अरेस्ट, बैंक मैनेजर की सूझबूझ से बची सैन्य अधिकारी की कमाई

रिटायर्ड लेफ्टिनेंट कर्नल को एक नंबर से फोन आया, फोन करने वाले ने खुद को पोस्ट एंड टेली कम्युनिकेशन विभाग का कर्मचारी बताया. उस अज्ञात व्यक्ति ने उनके नाम से एक बड़े घोटाले की जानकारी देकर झांसे में ले लिया।

Cyber Crime in Haldwani: Bank manager saved army officer from cyber fraud
Image: Bank manager saved army officer from cyber fraud (Source: Social Media)

हल्द्वानी: रिटायर्ड लेफ्टिनेंट कर्नल को बैंक मैनेजर ने साइबर ठगों से बचाया. बैंक मैनेजर की सूझ-बूझ से बुजुर्ग व्यक्ति के लाखों रूपये साइबर ठगों के चंगुल से बच गए. साइबर ठगों ने बुजुर्ग को पूरे 3 दिनों तक डिजिटल अरेस्ट रखा.

Bank manager saved army officer from cyber fraud

बुधवार की सुबह हल्द्वानी के आवास विकास कॉलोनी के निवासी एक रिटायर्ड लेफ्टिनेंट कर्नल को एक नंबर से फोन आया। फोन करने वाले ने खुद को पोस्ट एंड टेली कम्युनिकेशन विभाग का कर्मचारी बताया. उस अज्ञात व्यक्ति ने लेफ्टिनेंट कर्नल के नाम से एक बड़े घोटाले की जानकारी दी। पहले तो उन्हें ये कॉल फर्जी लगा, लेकिन शाम को जब उन्हें अगली कॉल आई, तो वह चिंतित हो गए। कॉलकर्ता ने कहा कि वे उनका नंबर सर्विलांस पर डाल रहे हैं, जिससे उनकी पूरी रात बेचैनी में कटी। गुरुवार की सुबह उन्हें वीडियो कॉल आई, जिसमें व्यक्ति ने खुद को सीबीआई अधिकारी बताते हुए कहा कि उनकी हर गतिविधि कैमरे में रिकॉर्ड हो रही है।

नकली कोर्ट नोटिस

उस व्यक्ति ने उनके व्हाट्सएप नंबर पर एक नकली कोर्ट नोटिस भेजा, जिसमें उनके नाम और गिरफ्तारी वारंट का उल्लेख था। नोटिस देखकर बुजुर्ग व्यक्ति साइबर ठगों के जाल में फंस गए। अगली शाम को साइबर ठगों ने उन्हें फोन किया और कहा कि वे सीबीआई की निगरानी में हैं, इसलिए उन्हें कहीं ना जाने की सलाह दी। शुक्रवार की सुबह, कॉल करने वाले ने उनसे बैंक जाकर खाता स्टेटमेंट व्हाट्सएप पर भेजने को कहा, जिसे बुजुर्ग ने तुरंत किया। खाते में पैसे की कमी के कारण आरोपियों के कहने पर उन्होंने अपनी एफडी तुड़वा दी, फिर वे लोग बुजुर्ग से पूरी राशि (17 लाख) की मांग करने लगे।

मैनेजर ने बुजुर्ग को साइबर ठगी से बचाया

शुक्रवार को दोपहर में बुजुर्ग, आरोपियों के खाते में 17 लाख रुपये ट्रांसफर करने के लिए बैंक पहुंचे, लेकिन उस समय उनका कार्य नहीं हो सका। इसके बाद वे दोपहर 2:00 बजे तिकोनिया स्थित एसबीआई की मुख्य शाखा पहुंचे। इस दौरान उनकी स्थिति बहुत खराब थी, वे बहुत डरे-सहमे नजर आ रहे थे। SBI के मैनेजर और अधिकारियों ने उनकी ऐसी हालत देखकर उनसे बातचीत कर उन्हें समझाया, मैनेजर ने बुजुर्ग को साइबर ठगी के बारे में बताया. उनकी बात सुनकर बुजुर्ग भी समझ गए और उनकी रकम साइबर ठगों से सुरक्षित बच गई।