उत्तराखंड पिथौरागढ़Landslide on Dharchula-Tawaghat NH due to heavy rain

Uttarakhand: भारी बारिश से आदि-कैलाश मार्ग पर भूस्खलन, ड्यूटी पर तैनात जवान घायल.. 24 घंटे फंसे रहे पर्यटक

धारचूला-तवाघाट एनएच के चेतुलधार के पास पहाड़ी दरकने से हाईवे बंद हो गया है, जिससे दोनों ओर कई वाहन फंस गए। इस हादसे में रात्री ड्यूटी पर तैनात जवान घायल हो गया...

Landslide in Pithoragarh: Landslide on Dharchula-Tawaghat NH due to heavy rain
Image: Landslide on Dharchula-Tawaghat NH due to heavy rain (Source: Social Media)

पिथौरागढ़: धारचूला-तवाघाट एनएच पर ऐलागाड़ में भारी बारिश के कारण पहाड़ी से बोल्डर और मलबा गिर गया, जिससे एसएसबी की 11वीं वाहिनी की बैरक को भारी नुकसान हुआ। इस हादसे में बैरक में एक जवान गंभीर घायल हुआ है, जिनका संयुक्त अस्पताल धारचूला में इलाज चल रहा है।

Landslide on Dharchula-Tawaghat NH due to heavy rain

बीते सोमवार की रात 9:42 बजे भारी बारिश के बीच पिथौरागढ़ जिले के तवाघाट नेशनल हाईवे पर भूस्खलन के कारण पहाड़ी से बोल्डर और मलबा गिर गया। इस कारण मंगलवार को हाईवे पर वाहनों का आवागमन पूरी तरह से बंद हो गया गया। सड़क के दोनों ओर कई यात्री वाहन फंसे रहे। एनएच बंद होने से आदि कैलास यात्रियों और चीन सीमा से जुड़े क्षेत्र के निवासियों को कठिनाई का सामना करना पड़ा है। पहाड़ी से बोल्डर और मलबा गिरने के कारण भारत-नेपाल सीमा पर स्थित जुम्मा बड़गाम झूला पुल के पास एसएसबी की आउटपोस्ट (सीमा चौकी) को भारी नुकसान पहुंचा है। इस घटना में चौकी को गंभीर क्षति हुई है।

तीन जवान रात्रि पाली में तैनात

सूचना मिलते ही जुम्मा आउटपोस्ट से संपर्क न होने पर SSB ने तवाघाट और दोबाट बीओपी से लोगों को मौके पर भेजा। उन्होंने बताया कि हादसे के समय वहां तीन जवान रात्रि पाली में तैनात थे। जिनमें से दो जवान हादसे के समय बीओपी से लगभग 20 मीटर की दूरी पर फोन पर बात करने गए थे, जिससे वे मलबे की चपेट में आने से बाल-बाल बच गए। लेकिन एक जवान महाजन मोहन रविंद्र, निवासी महाराष्ट्र के पैर में चोट आई है। घायल जवान को उपचार के लिए धारचूला अस्पताल लाया गया।

24 घंटे बाद हल्के वाहनों के लिए हाईवे

सूचना मिलने पर एसडीएम मंजीत सिंह ने मौके पर पहुंचकर कार्यदायी संस्था को आवश्यक निर्देश दिए। भूस्खलन के 24 घंटे बाद हाईवे को हल्के वाहनों के लिए खोल दिया गया। हाईवे बंद होने के चलते आदि कैलास, ओम पर्वत और पंचाचूली के दर्शन के लिए आए पर्यटक और स्थानीय लोग पूरे दिन वाहनों में फंसे रहे।