: ये देवभूमि है, वीरभूमि है। हर बार इस धरती के लालों ने मातृभूमि के लिए अपने प्राण न्यौछावर किए हैं। एक बार फिर से देवभूमि का एक लाल शहीद हो गया। जी हां हम बात कर रहे हैं मुनस्यारी के जेती गांव के सपूत गणेश रावत की, जो कि 25 साल की उम्र में ही ऑन ड्यूटी शहीद हो गए। शहीद गणेश रावत का पार्थिव शरीर आज हेलीकॉप्टर से मुनस्यारी पहुंचा। राजस्थान के बाड़मेर की पहाड़ी पर इनका वाहन ऑनड्यूटी दुर्घटनाग्रस्त हुआ था। गणेश की उम्र मात्र 25 वर्ष है। 2014 में एयरफोर्स में भर्ती हुए थे और वर्तमान में राजस्थान में तैनात थे। अपने बेटे को तिरंगे में लिपटा देख मां-बाप फूंट-फूट कर रोने लगे। सहीद गणेश रावत के जाने से मुनस्यारी क्षेत्र में शोक की लहर। शहीद जवान की मौसी ने अर्थी को कंधा दिया। आगे देखिए तस्वीरें